Gabriel Gressie ने ढाई साल मेहनत कर के कला का ऐसा बेहतरीन नमूना बनाया है, जिसे पहली नज़र में देख कर आपको लगेगा ही नहीं कि ये पेंटिंग है. ये पेंटिंग जितनी शानदार है, उतनी ही प्रेरणादायक है इसके बनने की कहानी.


Gabriel, नीदरलैंड स्थित Stadskanaal नाम के छोटे से कस्बे में रहते हैं. उन्हें बचपन से ही लगता था कि उन्हें आर्टिस्ट बनना है. वो अपने काम को ज़्यादा से ज़्यादा रीयलिस्टिक बनाने की कोशिश में रहते हैं.

वो बताते हैं कि पेंटिंग बनाने में काफ़ी वक़्त लगता है. दिसंबर 2014 में उन्हें एक बड़ा प्रोजेक्ट मिला था. एक रईस क्लाइंट ने उनसे 2×2 मीटर की पेंटिंग बनाने को कहा और इसके लिए उन्हें अप्रैल 2017 तक का वक़्त दिया. वो हमेशा से ऐसे किसी मौके का इंतज़ार कर रहे थे. ये उनके लिए किसी सपने के सच हो जाने जैसा था.



उन्होंने इस पेंटिंग के लिए अपने गेस्टरूम को स्टूडियो में तब्दील कर दिया. उन्हें पैनेल के ऊपर तक पहुंचने के लिए सीढ़ी का प्रयोग करना पड़ता था. वो चार-चार घंटे Uncomfortable अवस्था में खड़े होकर पेंट करते रहते थे. उनके क्लाइंट ने उन्हें काफ़ी सारा मटेरियल भी उपलब्ध कराया था. वो इस पेंटिंग को बनाने के हर पल को बहुत एन्जॉय कर रहे थे.

जुलाई 2015 में उन्हें अचानक सीने में दर्द उठा. उन्हें हार्ट फ़ेलियर हुआ था. उन्हें ठीक होने में लगभग एक महीने का वक़्त लगा. इसके बाद उन्होंने दोबारा पेंट करना शुरू किया.

2016 में फिर उनकी तबीयत बिगड़ी. उन्हें कमर में तेज़ दर्द उठा. अस्पताल जाने पर उन्हें पता चला कि उन्हें डायबिटीज़ और किडनी फ़ेलियर हुआ है. इसके बाद उन्हें इन्सुलिन लेना शुरू करना पड़ा.


उन्होंने इसके बाद भी हिम्मत नहीं हारी. जैसे ही वो थोड़े ठीक हुए, उन्होंने पेंटिंग पर दोबारा काम करना शुरू कर दिया. अंत के कुछ दिनों में उन्होंने हर दिन 14 घंटे तक काम किया और इस पेंटिंग को पूरा किया. 12 मार्च, 2017 को रात के 9 बजे उन्होंने पेंटिंग को फ़ाइनल टच दिया. वो मानते हैं कि ये उनका अब तक का सबसे बेहतरीन काम है.