ये पेंटिंग 19वीं शताब्दी की है. आईफ़ोन आने से लगभग 150 साल पहले की तस्वीर. लेकिन इसे देखकर लोग अचरज में है क्योंकि इस तस्वीर में एक महिला कथित आइफ़ोन लिए घूम रही है. इस तस्वीर को आस्ट्रिया के पेंटर Ferdinand Georg Waldmüller ने बनाया है. माना जा रहा है कि इसे 1860 में पूरा किया गया था.

ग्लासगो शहर के रिटायर्ड सरकारी ऑफ़िसर पीटर रसल पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने इस पेंटिंग में इस बात को नोटिस किया था. ये पेंटिंग म्युनिख के Neue Pinakothek म्यूज़ियम में लगी है.

रसल का कहना था कि ये बेहद दिलचस्प है कि बेहतर होती तकनीक के साथ ही लोगों के सोचने के नज़रिए में भी कितना भारी बदलाव आया है. मसलन, अगर इस पेंटिंग को 1850 के आस-पास या उस दौर में देखा गया होता तो कोई भी इस लड़की के हाथ में रखी उस रहस्यमयी चीज़ को आईफ़ोन नहीं बोलता, बल्कि उसे कोई किताब ही समझता. लेकिन आज के दौर में स्मार्टफ़ोन हमारी ज़िंदगी का इतना अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं. कि जैसे ही लोगों की नज़रें इस तस्वीर पर पड़ी, लोग इसे आईफ़ोन ही समझने लगे.

लेकिन ऐसा पहली बार नहीं है कि प्राचीन आर्टवर्क देखकर लोग सकते में आ गए हों, इससे पहले भी 1930 की एक तस्वीर में एक शख़्स कथित तौर पर आइफ़ोन के साथ नज़र आया था, उस स्टोरी को आप यहां पढ़ सकते हैं. यकीनन टाइम ट्रैवल में यकीन रखने वालों और Conspiracy Theories में विश्वास करने वालों को एक नया मुद्दा ज़रूर मिल गया है.

Source: The Sun