इन तस्वीरों में फ़ोटोग्राफ़ी प्रतिभा से ज़्यादा, मेहनत वाला काम लगता है.
हमारे बीच ऐसे कई लोग हैं, जो अपने पैशन से पागलपन की हद तक प्यार करते हैं. अपने काम को अंजाम तक पहुंचाने के लिए वो हर उस जोख़िम को उठाने के लिए तैयार हो जाते हैं, जिसके बारे में आम आदमी सोच भी नहीं सकता. फ़ोटोग्राफ़र्स की बिरादरी भी ऐसी ही होती है, एक अदद अच्छी तस्वीर के लिए फ़ोटोग्राफ़र कुछ भी कर गुज़रते हैं.
इन फ़ोटोग्राफ़र्स ने एक अच्छी तस्वीर के लिए सभी हदें पार कर दीं
जब कैमरा है साथ, फिर डरने की क्या बात?
इनकी तस्वीरें तो आग लगा देती होंगी.
बंदूक से डर नहीं लगता साहब.
अच्छी फ़ोटो के लिए केवल फ़ोटोग्राफ़ी का आना ज़रूरी नहीं, थोड़े-बहुत कराटे भी आने चाहिए.
किसी को पता न चले कि ये हंस नकली है.
असला-बारूद तैयार है.
हमारे आदमी चप्पे-चप्पे पर मौजूद हैं.
असली ख़तरों के खिलाड़ी तो वो लोग हैं, जो कैमरे के पीछे रहते हैं.
कैट-वॉक.
नहीं भाई, ये वाली ठीक नहीं आई, इसे डिलीट कर दे.
शादी में लोग पादरी की सुनें या न सुनें, कैमरामैन की सब सुनते हैं.
काफ़ी कूल पिक.
पहले परमिशन लेनी चाहिए थी.
ये लैंस है या तोप?
मैं तेरे सामने, तू मेरे सामने…
अब ये लड़की इस फ़ोटो को समुद्र बता कर फेसबुक पर पोस्ट करेगी.
फ़ोटो आ गई हो तो बता देना, तुम्हारे पोज़ के चक्कर में ट्रैफ़िक जाम हो गया है.
जब आपके पास अच्छा कैमरा हो तब आपको सब भाव देते हैं.
स्माइल प्लीज़!