प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग ये ऐसी समस्याएं हैं, जिनसे भारत ही नहीं, बल्कि पूरा विश्व जूझ रहा है. आए दिन वैज्ञानिक पर्यावरण को बचाने की चेतावनी भी देते रहते हैं. लेकिन बहुत कम ही देश उनकी इस चेतावनी को गंभीरता से लेते हैं. वहीं दूसरी तरफ कुछ देश ऐसे भी हैं, जिन्होंने इन दोनों ही समस्याओं को अपने-अपने ढंग से हल करना शुरू कर दिया है. ऐसे देशों से भारत ही नहीं दूसरे देशों को भी सीख लेनी चाहिए.
चलिए जानते हैं कुछ ऐसे ही देशों और उनके द्वारा पर्यावरण को बचाए रखने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में…
1.स्कॉटलैंड और वियतनाम
स्कॉटलैंड ने ग्लोबल वॉर्मिंग और कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के लिए कोयले से बिजली बनाना बंद कर दिया है. उसने कई वर्ष पहले ही अपने आख़िरी कोयले के प्लांट को बंद कर दिया है. वियतनाम ने भी कोयले से बिजली बनाना बंद कर दिया है.
2. मैरीलैंड(USA)
यहां पर ऐसे कीटनाशकों का उत्पादन बंद कर दिया गया है, जिनकी वजह से मधुमक्खियों की जान पर ख़तरा उत्पन्न हो जाता है.
3. फ़िनलैंड
फ़िनलैंड ने साल 2050 तक Carbon-Neutral Society बनने का लक्ष्य रखा है. इसका मतलब वहां पर आने वाले वर्षों में कार्बन उत्सर्जन की मात्रा लगभग ख़त्म हो जाएगी.
4. मोरक्को, केन्या और रवांडा
इन तीनों ही देशों ने अपने यहां प्लास्टिक की थैलियों पर बैन लगा दिया है. दिल्ली में भी इन पर बैन है, लेकिन फिर भी इनका इस्तेमाल हो रहा है.
5. नॉर्वे
नॉर्वे पहला ऐसा देश है, जिसने अपने यहां पर वनों को काटने पर बैन लगा दिया है.
6. डेनमार्क
डेनमार्क अपनी 40 फ़ीसदी बिजली पवन चक्कियों (Wind Turbines) से हासिल कर रहा है.
7. स्वीडन
स्वीडन में ऐसे घर बनाए जा रहे हैं, जो कम ऊर्जा का इस्तेमाल करते हैं. ये घर मनुष्य से निकलने वाली हीट, इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स और सूर्य से निकले वाली ऊर्जा को बिजली में तब्दील करने में सक्षम हैं.
8. माल्टा
माल्टा ने ऐसा क़ानून बनाया है, जिसके तहत वहां पर तेल की जगह प्राकृतिक गैस को ऊर्जा के रूप में इस्तेमाल किया जाना अनिवार्य है. इस देश की 70 फ़ीसदी एनर्जी की खपत प्राकृतिक गैस से पूरी की जाती है.
9. डेनमार्क
डेनमार्क साल 2014 से ही अपने नागरिकों को साइकिल से चलने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है.
10. आयरलैंड
यहां के किसान ऐसी टेक्नोलॉजी इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनके उपयोग से ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन बहुत कम होता है. वहां की सरकार अपनी नदियों और झीलों के पानी को चेक करती रहती है. यहां का पानी यूरोप में सबसे स्वच्छ है.
11. स्पेन
स्पेन में सरकार लोगों को इलेक्ट्रिक कार ख़रीदने पर सब्सिडी देती है. यहां के होटल्स में ऊर्जा बचाने के लिए मोशन सेंसर तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है.
ये सभी देश ऐसे देशों के सामने नज़ीर पेश कर रहे हैं, जो पर्यावरण को बचाने के लिए कुछ नहीं कर रहे. ग्लोबल वॉर्मिंग एक वैश्विक समस्या है. इसे सभी देशों को मिलकर हल करना चाहिए. है कि नहीं?