देश के बुद्धिजीवियों का गढ़ रहा है जेएनयू, लेकिन दो सालों में ये ग़लत वजहों से चर्चा में रहा है. इस बात से इंकार नही किया जा सकता कि जेएनयू की छवि को दागदार करने की भरसक कोशिश की गयी हैं और यहां पढ़ने वाले छात्रों को देशद्रोहियों की कतार में खड़ा किया गया. देश की अन्य यूनिवर्सिटीज़ की तरह ही यहां भी इन दिनों चुनाव का माहौल है. भले ही यहां की चुनाव प्रक्रिया बाकी यूनिवर्सिटीज़ की तुलना में थोड़ी अलग ज़रूर है, पर यही प्रक्रिया यहां से निकले नेताओं में वो दमखम भरती है, जिससे वो मुख्यधारा की राजनीति में भी सफ़ल होते हैं.
यदि आप भी अब तक ये मानते आये हैं कि जेएनयू से निकले नेता सिर्फ़ वामपंथी या लेफ्टिस्ट होते हैं, तो दोस्त आज हम आपके लिए ऐसे नेताओं की लिस्ट लेकर आये हैं, जो जेएनयू से पढ़े होने के बाद राजनीती की अलग-अलग धाराओं से जुड़े.
योगेंद्र यादव
आम आदमी पार्टी के साथ अपने राजनीतिक सफ़र की शुरुआत करने वाले योगेंद्र यादव आज भले ही अपनी अलग पार्टी की कमान संभाल रहे हों, पर उनकी जडें जेएनयू से जुड़ी हैं. वो स्कूल ऑफ़ सोशल साइंसेज़ के सेंटर फ़ॉर पोलिटिकल स्टडीज़ में MA के छात्र रहे हैं.

आशुतोष
पूर्व पत्रकार और आम आदमी पार्टी के सक्रिय नेता आशुतोष भी जेएनयू के पूर्व छात्र रहे हैं. हालांकि कॉलेज के दिनों में वो राजनीति से दूर सोवियत स्टडीज़ में M.Phil. करने में व्यस्त थे. M.Phil. करने से पहले आशुतोष जेएनयू से MA भी कर चुके हैं.

निर्मला सीतारमण
हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हो कर देश की पहली महिला रक्षा मंत्री बनी निर्मला सीतारमण जेएनयू की पूर्व छात्रा रही हैं और सेंटर फ़ॉर इकनॉमिक स्टडीज़ एंड पॉलिसी से एम.फिल कर चुकी हैं. पढ़ाई के दौरान ही वो छात्र राजनीति में सक्रीय थीं और सीपीएम की छात्र इकाई एसएफ़आई से जुड़ी हुई थीं.

संदीप महापात्रा
जेएनयू में अकेले अपने दम पर कम्युनिस्ट विचारधारा को मात देने वाले संदीप महापात्रा पढ़ाई के साथ-साथ छात्र चुनावों में भी सक्रीय थे. संदीप एकलौते ऐसे छात्र नेता रहे हैं, जो ABVP के साथ रह कर भी प्रेजिडेंट की कुर्सी तक पहुंचे.

उदित राज
पूर्व IRS अधिकारी और इंडियन जस्टिस पार्टी की नींव रखने वाले उदित राज जेएनयू के छात्र रहे हैं. उन्होंने जेएनयू से जर्मन भाषा में बीए और एमए किया. छात्रावास के दिनों से उदित राजनीति में सक्रिय थे और एसएफआई से जुड़े हुए थे. 2014 लोकसभा चुनावों से पूर्व उनकी पार्टी का बीजेपी में विलय हो गया, जिसके बाद वो दिल्ली से लोकसभा सदस्य चुने गए.

मनेका गांधी
मनेका गांधी भले ही गांधी परिवार की छोटी बहू के रूप में पहचानी जाती हों, पर राजनीतिक मंच पर वो बीजेपी के साथ खड़ी दिखाई देती हैं. मनेका भी उदित राज की तरह ही जेएनयू से जर्मन भाषा में ग्रेजुएशन की डिग्री ले चुकी हैं.

अशोक तंवर
पूर्व सांसद और वर्तमान में हरियाणा प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्य्क्ष अशोक तंवर लम्बे समय तक जेएनयू से जुड़े रहे हैं. उन्होंने जेएनयू के सेंटर फ़ॉर हिस्टॉरिकल स्टडीज़ से एमए, एमफिल और पीएचडी तक पढ़ाई की है.

शकील अहमद खान
कांग्रेस के कद्दावर नेता और पार्टी के जनरल सेक्रेटरी शकील अहमद खान भी उन चर्चित नामों में से एक हैं, जो जेएनयू से पढ़ाई कर चुके हैं.
