अपराधी का कोई चेहरा नहीं होता है. लेकिन जब शिक्षित व्यक्ति एक ऐसी घटना को अंजाम दे, जो दिल को दहला दे, उससे दिमाग में उस व्यक्ति की एक अलग ही छवि बनती है.
ऐसी कहानी है जापान के कुख्यात हत्यारे Issei Sagawa की
Issei Sagawa, जन्म से कमज़ोर और कुपोषित था. लेकिन उसे बचपन से ही इंसानी मांस खाने की सनक थी. उसने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि उसे बचपन में अपनी मां की टांगों को देख कर, उन्हें काट कर खाने का मन करता था. सुनने में थोड़ा अजीब लगता है, लेकिन ये सच है और 32 साल की उम्र में उसने इस घिनौने काम को एक दिन अंजाम भी दे दिया.
वो वाकया
Issei Sagawa फ़्रांस पीएचडी करने गया. एक रात अपनी गर्लफ्रेंड रेनी हार्टवेल्ट को अपने अपार्टमेंट में डिनर के लिए इनवाइट किया.और जब दोनों पढ़ाई कर रहे थे, तब Issei Sagawa ने उस पर अचानक रायफ़ल से वार किया और उसे मार दिया .
लेकिन कहानी यहां ख़त्म नहीं हुई, ये तो शुरुआत थी , उसके बाद Issei Sagawa ने अपनी दोस्त की लाश के साथ दुष्कर्म किया. उसने अपने मुहं से उसकी लाश काटने की कोशिश की. जब नहीं काट पाया तो, तो बाज़ार से जानवर काटने का हथियार लाया और टुकड़े-टुकड़े कर के उसके अंगों को कच्चा खा गया .
और जो मांस बचा, उसे फ़्रिज में रख लिया.
दो दिन बाद जब मांस से बदबू आने लगी, तो लोगों की नज़रों से बचने के लिए उसे सूटकेस में भर कर एक झील में फेंकने गया, उस दौरान वो फ़्रांस पुलिस द्वारा गिरफ़्तार कर लिया गया.
अदालत में उसके जवाब
उसकी दलीलें सुन कर आप हैरान हो जाएंगे. उसने कहा कि वो कमज़ोर है, बदसूरत है, छोटा है और इन्सान का मांस खाकर वो ताकतवर और सुन्दर बनना चाहता है. उसने ये बात भी कबूली कि उसको गोरी लड़कियों की टांग काट कर खाना पसंद है.
लेकिन कहानी यहां नहीं रुकी, उसके बाद Issei Sagawa को दो साल तक जेल में रखा गया. फ्रांस सरकार ने 1981 में उसे गिरफ़्तार किया और उसे मान्सिक तौर पर बीमार बता कर दो साल के अन्दर जापान सरकार को सौंप दिया. जापान के एक मानसिक संस्थान में उसे रखा गया. कुछ साल तक उसे वहां क़ानूनी रूप से घूमने की इजाज़त नहीं दी गई लेकिन 1986 में जापान सरकार ने उसे पूरी आज़ादी दे दी.
ये तो कहानी का इंटरवेल है, पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त. अब Issei Sagawa जापान में धीरे- धीरे फ़ेमस होने लगा , उसको मुख्य अतिथि के रूप में बुलाये जाने लगा, कमेंटेटर के रूप में आमंत्रित किया गया, फ़िल्मों में काम करने का मौका मिला, वो जापानी पत्रिका ‘स्पा’ के लिए रेस्तरां समीक्षाएं भी लिखने लगा, कई किताबें लिखीं, जिसमे ‘रेनी हार्टवेल्ट’ मर्डर की कहानी भी शामिल है. और एक स्टार बन गया.
अब वो 68 का हो चुका है, पर चाहत आज भी वही है. हालांकि अब लड़कियों के मामले में उसका स्वाद फ़्रांसिसी लड़की से बदल कर जापानी लड़की हो गया है. जुर्म का एक खौफ़नाक चेहरा आज भी खुले- आम घूम रहा है. डरावना बन कर नहीं, बल्कि लोगों के लिए एक शोध का विषय बन कर.