प्यार केवल एक शब्द नहीं, बल्कि अपने आप में पूरी दुनिया है. कब किसको किससे और कैसे प्यार हो जाए, ये पहले से कोई बता नहीं सकता. जब किसी को किसी से प्यार होता है, तो वो उसके सामने अपनी भावनाएं व्यक्त करना चाहता है और इसके लिए वो कई तरह जतन करता है. अपने प्यार का इज़हार करने के लिए लोग फ़िल्मों में दिखाए गए स्टाइल्स को भी फ़ॉलो करते हैं. अगर देखा जाए तो, सोशल मीडिया और इंटरनेट के आज के टाइम में किसी को प्रपोज़ करना बेहद इज़ी हो गया है. लेकिन वहीं अगर बात की जाए 90 के दशक की तो उस समय सोशल मीडिया और इंटरनेट का चलन नहीं था. और न ही लोगों के पास इस तरह के कोई साधन ही थे. इसके अलावा लोगों की सोच भी आज जैसी नहीं थी.
उस दौर में लड़का और लड़की अपने प्यार का इज़हार करने के लिए लव लेटर, गिफ़्ट्स, फूलों आदि का यूज़ करते थे. वैसे गिफ़्ट्स और फूलों का ट्रेंड तो आज भी है.
इसलिए आज हम आपको उसी दौर में ले जा रहे हैं, जब किसी को प्रपोज़ करना किसी पहाड़ पर चढ़ने जितना ही कठिन हुआ करता था.
1. लव लेटर

90 के दशक और उससे पहले भी प्रेम पत्र यानि कि लव लेटर का ट्रैंड था. लड़का-लड़की एक-दूसरे के प्रति अपनी भावनाओं को दिखाने के लिए लव लेटर लिखते थे. इसके लिए उस टाइम तरह-तरह के लेटर पैड्स आते थे. गुलाब के फूल के प्रिंट वाले या फिर ख़ुशबूदार पन्नों वाले.
2. रेडियो पर गाने की फ़रमाइश

90 का वो दौर ऐसा दौर था, जब रेडियो लोगों की जान हुआ करता था. अपनी पसंद का गाना सुनना हो या किसी ख़ास के लिए गाने की फ़रमाइश करना हो या अपने प्यार का इज़हार करना हो रेडियो से अच्छा कोई ऑप्शन था ही नहीं. और रेडियो की ख़ास बात ये भी थी कि आप किसी का नाम लिए बिना ही उसका लिए गाना डेडिकेट कर सकते थे.
3. उसके लिए स्लैम बुक लिखना

90 के दशक का हर टीनएजर स्लैम बुक से वाक़िफ़ होगा. सुन्दर-सुन्दर डिज़ाइन में आने वाली स्लैम बुक में उस ख़ास पर्सन के लिए अपनी फीलिंग्स लिखने में कुछ अलग ही बात होती थी.
4. गिफ़्ट्स भेजना

लड़की हो या लड़का अगर वो किसी को पसंद करता है, तो उसको उसकी पसंद का गिफ़्ट ज़रूर देना चाहता है. उसको इम्प्रेस करने के लिए उसके घर पर बिना अपना नाम दिये पार्सल भेजने का ट्रेंड उस दौर में बहुत ज़्यादा था.
5. कार्ड्स भेजना

आजकल तो बर्थडे हो या कोई और ओकेज़न Whatsapp और Facebook पर ही लोग विश कर देते हैं. लेकिन 90 का दौर वो दौर था जब आर्चीज़ के ग्रीटिंग कार्ड्स लोगों के फेवरेट हुआ करते थे. बर्थडे हो या I Love You बोलना हो, कार्ड्स बेस्ट ऑप्शन था उस समय. उस समय कई तरह के कार्ड्स आते थे, जैसे म्यूज़िकल कार्ड्स, ख़ुशबू वाले कार्ड्स, फोल्डिंग कार्ड्स आदि. और अपने प्यार का इज़हार करने के लिए 90 के दशक के लोगों के पास इससे अच्छा कोई ऑप्शन था ही नहीं.
6. रोमांटिक गानों का कैसेट

उस दौर में अपने पसंदीदा गानों को ब्लैंक कैसेट में भरवाने का ट्रेंड था. और अगर किसी लड़की या लड़के को रोमांटिक या उसकी पसंद के गानों का कैसेट दे दिया तो नाराज़गी की तो गुंजाइश ही ख़त्म हो जाती. वैसे भी कहा जाता है कि म्युज़िक हर किसी के दिल को सुकून देता है.
7. लैंड लाइन पर बार-बार कॉल करना

90’s में लैंडलाइन का ज़माना था. और किसी तरह से अपने प्यार का लैंडलाइन नंबर हासिल कर बार-बार फ़ोन करना और जब तक तक उसकी आवाज़ कानों में न पड़े तब तक फ़ोन करते रहना. प्यार जताने का ये भी एक तरीका होता था 90’s में.
8. पहले उसके दोस्त या सहेली से दोस्ती करना

अपनी बात उस तक पहुंचाने के लिए सबसे पहले उसके दोस्त या सहेली से दोस्ती करनी पड़ती थी. फिर उसी सीढ़ी का इस्तेमाल करके उस तक पहुंचा जाता था.
9. लाइब्रेरी में बात करना या मिलना

कॉलेज की लाइब्रेरी भी उस टाइम एक अच्छा विकल्प हुआ करती थी. हालांकि, वहां काफ़ी शान्ति होती थी, लेकिन चिट्स का आदान-प्रदान तो हो ही जाता था.
10. कॉलेज ट्रिप्स होती थीं बेस्ट

आजकल तो शायद ही कॉलेज में लोग एक साथ ट्रिप पर जाते हैं, लेकिन 90 के दशक में कॉलेज ट्रिप में साथ में टाइम स्पेंड करने का मौका मिल जाता था.
आजकल तो लोगों के इमोशंस भी वर्चुअल हो गए हैं, Whatsapp और Facebook पर ही प्रपोज़ करते हैं और वहीं पर ब्रेकअप भी हो जाता है. ऐसा लगता है मानो बस टाइम पास करने के लिए दोस्ती की जाती है. इसलिए तो मेरा मानना हैकि 90 का दशक हर लिहाज़ से अच्छा था. और मेरी इस बात से 90 के टीन एजर्स ज़रूर इत्तेफ़ाक़ रखेंगे. दोस्तों अगर हमसे कुछ छूट गया हो तो कमेंट बॉक्स में बताइयेगा.