गांधी जी के बारे में हम बचपन से ही ये पढ़ते आ रहे हैं कि उन्होंने सत्य, अहिंसा और सत्याग्रह जैसी चीज़ों को हथियार बना कर आज़ादी की लड़ाई लड़ी. पर आज सत्य, अहिंसा का ये पुजारी पार्टियों द्वारा राजनीति करने का ज़रिया भर बन कर रह गया है, जिसकी आड़ में हर पार्टी अपना उल्लू सीधा कर रही है. पर शायद ये पार्टियां भूल गई हैं कि महात्मा गांधी कभी हमें छोड़ कर गए ही नहीं, बल्कि वो अपने विचारों के ज़रिये हर उस हिंदुस्तानी के दिल में ज़िंदा है, जो आज भी सत्य पर विश्वास करता है. गांधी जी की पुण्यतिथि पर आज हम उनके कुछ ऐसे ही विचारों को लेकर आये हैं, जो आज भी उतनी ही प्रासंगिक है, जितनी कि आज़ादी की लड़ाई के समय थे.