जब पढ़ेगा इंडिया, तभी बढ़ेगा इंडिया.

पर क्या सच में इंडिया पढ़ रहा है और आगे बढ़ रहा है? क्योंकि पैसों के अभाव में आज भी कई बच्चे शिक्षा से कोसों से दूर हैं. ऐसे ही बच्चों को शिक्षित करने की ज़िम्मेदारी राजस्थान का एक पुलिसवाला निभा रहा है.
नाम है धर्मवीर जखर

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अपनी पाठशाला में पढ़ रहे इन बच्चों को वैन की सुविधा भी दी गई है, जिसमें पिक एंड ड्रॉप दोनों की सुविधा है. इसके साथ ही उन्हें कपड़ोंकी भी फ़्री सुविधा दी जाती है. इसके अलावा उन्हें पढ़ाई-लिखाई की सारी चीज़ें भी मुफ़्त दी जाती हैं.
इस बारे में धर्मवीर का कहना है कि कई यूपी और बिहार के परिवार भी यहां काम से लेकर खाने तक करने के लिये आते हैं. इन्हीं बच्चों को हम पढ़ने के लिये प्रेरित करते हैं, ताकि वो पढ़-लिख कर जीवन में कुछ कर सकें.

हैरानी वाली बात ये है कि धर्मवीर बच्चों शिक्षित करने की सारी ज़िम्मेदारी ख़ुद ही उठा रहे हैं. अब तक उन्हें राज्य या शिक्षा विभाग की तरफ़ से कोई मदद नहीं दी गई है. अगर राज्य या शिक्षा विभाग भी धर्मवीर का सहयोग करे, तो बच्चों को और भी कई सुविधायें दी जा सकती हैं.
धर्मवीर की इस नेक और क़ाबिले-ए-तारीफ़ पहल के लिये उनकी जितनी सराहाना की जाये कम है.
हमारी तरफ़ से इस पुलिवाले को सैल्यूट.
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