देश की राजनीति बदले न बदले, लेकिन इस सरकार ने लोगों और नेताओं के बीच का अंतर ख़त्म करने की कोशिश ज़रूर की है. रेल मंत्री सुरेश प्रभु इसका सबसे अच्छा उदाहरण हैं, जो ट्वीट पर ही यात्रियों की परेशानी जान कर फ़ौरन उनके लिए मदद मुहैया करवाते हैं.

इतना ही नहीं देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस बार BSF के जवान को गले लगाने के लिए प्रोटोकॉल ही तोड़ दिया.

मौका था BSF के जवानों को सम्मानित करने का. राजनाथ सिंह जब गोधराज मीना को सम्मानित कर रहे थे, तब उन्होंने उस जवान को गले से लगा लिया. गोधराज, 2014 में उधमपुर में हुए एक आतंकी हमले में घायल हो गए थे, जिसके बाद उनका 85 प्रतिशत शरीर क्षतिग्रस्त हो गया था.

Source: Oneindia Hindi 

मीना का शरीर बुरी तरह घायल था, इसके बावजूद उन्होंने दो आतंकियों को अपनी गोली का शिकार बना दिया. मीना को एक गोली उनके चेहरे पर लगी थी, जिस कारण वो बोल नहीं पाते हैं.

अपनी बहादुरी और हिम्मत के लिए BSF ने उन्हें Gallantry Medal से सम्मानित किया है और शायद इस जवान की बहादुरी ही थी कि गृहमंत्री ने प्रोटोकॉल की बिना परवाह किए गोधराज मीना को गले से लगा लिया.