किताबों से हमारी दोस्ती कोई 100 साल या 200 साल पुरानी नहीं, बल्कि इसके साथ हमारा रिश्ता कई दशकों से चला आ रहा है, जो छोटी-बड़ी लाइब्रेरी के रूप में हमेशा साथ रहा है. वैसे भी बचपन से ही हम पढ़ते आये हैं कि किताबों से बेहतर हमारा दोस्त कोई नहीं. आज के डिजिटल युग में भी किताबें ऑनलाइन से लेकर ऑर्डर देने पर हमारे घर पर मौजूद हो जाती हैं. पर एक समय ऐसा भी था, जब लोगों के पास इस तरह की सुविधाएं नहीं हुआ करती थीं. ऐसे समय में भी लोगों का किताबों के प्रति प्यार कम नहीं था. आज हम आपके लिए कुछ ऐसी ही तस्वीरें ले कर आये हैं, जो बताती हैं कि किताबों के साथ हमारा रिश्ता कितना गहरा है.