एक मां ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा की. 

मकसद था स्तनपान कराने वाली मांओं को जागरूक करना. Tanya Knox ने अपने फ़ेसबुक पेज पर कुछ ऐसी तस्वीरें शेयर की थी, जिन्हें देख कर थोड़ा डर ज़रूर लगेगा.

इस तस्वीर में दिख रहा Breast Milk लाल है. Tanya Knox को भी इसके बारे में नहीं पता था, जब उन्होंने पहली बार अपना दूध पंप कर स्टोर किया, तब पहली बार दूध का बदला हुआ रंग दिखा.

Tanya Knox अपनी इस तस्वीर के माध्यम से दूध के लाल रंग के बारे में बताना चाहती हैं. कोई भी मां इसे देख कर डर सकती है और इसे बच्चे को नहीं पिलाने की सलाह दे सकती है. लेकिन ये लाल दूध बच्चे के लिए मां के सामान्य दूध की तरह ही लाभदायक है. इस दूध को बच्चे को पिलाने में कोई हानि नहीं है. 

क्या होता है Mastitis?

ये एक तरह का इन्फ़ेक्शन होता है, जिसकी वजह से दूध का रंग लाल होने लगता है. इस कंडीशन में स्तनपान के दौरान दर्द नॉर्मल है और कभी-कभी ख़ून के थक्के या क्लॉट भी हो जाता है. थक्कों का कुछ अंश दूध में मिल जाता है, जिसकी वजह से दूध का रंग लाल हो जाता है और स्वाद भी थोड़ा नमकीन हो जाता है. कभी-कभी ऐसा भी होता है कि एक स्तन से लाल दूध निकलता है और दूसरे से सफ़ेद. 

एक अन्य कारण से भी दूध का रंग सफ़ेद से गुलाबी या लाल हो जाता है. वो है शरीर में मौजदू Serratia Marsescens नाम का जीवाणु. इसकी मौजूदगी से दूध और बच्चे की सेहत पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता. 

Tanya ने अपनी पोस्ट में ख़ून में जमे थक्के को भी दिखाया है, जिसका आकार एक सिक्के के बराबर है. उन्होंने मांओं को बताया कि जब ये थक्के दूध के साथ शुरुआत में स्तन से बाहर निकलते हैं तब दर्द और सूजन भी होती है और कभी-कभार स्तन के भीतर पस भी बनने लगता है, इस हालात में डॉक्टर से मिलना ही ठीक रहेगा.

हालांकि बहुत सी मांओं को ये पता ही नहीं चलता कि उनके स्तन से लाल रंग का दूध निकल रहा है. फिर भी अगर ज़हन के भीतर कोई डर या हिचकिचाहट है तो चिकित्सक से परामर्श लेने में देर न करें.