अकसर हमारे मन में कई ऐसे सवाल आते हैं, जिनका जवाब मिलना थोड़ा मुश्किल होता है. ऐसे ही चंद सवालों में एक सवाल ये भी है कि आखिर किसी डेड बॉडी का पोस्टमार्टम रात में क्यों नहीं किया जाता? इस प्रश्व का उत्तर देने के लिये सिद्धार्थ नामक यूज़र ने सवाल-जवाब की वेबसाइट Quora पर एक पोस्ट शेयर की. इस पोस्ट के अनुसार, किसी व्यक्ति की मौत के बाद उसका पोस्टमार्टम न करने की अपनी कई वैज्ञानिक वजहें हैं.
प्रमुख कारण ये हैं:
1. जब डॉक्टर्स ट्यूबलाइट्स, सीएफ़ल और एलईडी की रौशनी में बॉडी की चीर-फ़ाड़ करते हैं, तो उन्हें ख़ून लाल रंग के बजाये बैंगनी रंग का नज़र आता है. वहीं फ़ोरेंसिक साइंस बैंगनी रंग को आमन्य करार देती है.
2. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बॉडी पर आईं चोटों का कलर बताना ज़रूरी होता है.
3. इसके अलावा चोट का निर्धारित समय भी बताना होता है.
4. रिपोर्ट के अनुसार, फ़ोरेंसिक विभाग के पास पोस्टमार्टम के करने के लिये स्टॉफ़ की भी कमी है.
रात में पोस्टमार्टम न हो पाने की वजह से कई बार ग्रामीणों को मुसीबतों का सामना करना पड़ता है. इसलिये इस मुद्दे को लेकर कोर्ट में भी बहस चल रही है. वहीं सरकार ने भी स्वास्थ्य विभाग मंत्रालय से इस पर जवाब मांगा है, जिसमें उन्होंने रात में पोस्टमार्टम न करने की ये वजह बताईं. अभी तक सरकारी अस्पतालों में पोस्टमार्टम का निर्धारित समय शाम 5 बजे तक है.
Feature Image Source : Stluciatimes