बीते साल आर्थिक तंगी के कारण अपनी पत्नी का शव कंधे पर लेकर जाते ओडिशा के आदिवासी दाना मांझी की तस्वीर ने पूरी दुनिया को हिला दिया था. लगभग एक साल बाद दाना मांझी फिर सुर्ख़ियों में हैं.
दरअसल, एक साल बाद दाना मांझी की ज़िंदगी पूरी तरह बदल गई है. कभी पैसों-पैसों के लिए मोहताज रहने वाले दाना मांझी आज लाखों के मालिक हैं. इतना ही नहीं, उनकी तीनों बेटियां भुवनेश्वर स्थित आदीवासी स्कूल में पढ़ने भी जाती हैं. एक साल में दाना मांझी की ज़िंदगी इतनी कैसे बदल गई, इस बारे में टेलीग्राफ़ से बात करते हुए मांझी ने बताया, ‘मेरे बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, सरकार और विभिन्न संगठनों ने मेरी काफ़ी मददी.’

42 साल के मांझी आगे बताते हैं कि ‘ओडिशा सरकार ने इंदिरा गांधी आवास योजना के तहत उन्हें एक घर भी आंवटित किया है. सउदी के राजा सलमान ने उन्हें 9 लाख का चेक दिया था. वहीं सुलभ इंटरनेशनल ने मांझी के नाम 5 साल के लिए कुछ फ़िक्स डिपॉजिट्स करावा रखे हैं.’ हालांकि पत्नी की मौत के बाद मांझी ने हाल ही में तीसरी शादी कर ली.
Good that IMR fell aftr 16 yrs! But Dana Majhi indicates the real state of healthcare in tribal Odisha ! pic.twitter.com/1CHb5STxXz
— Biswajit Mohanty (@biswajitmohanty) March 3, 2017
ग़ौरतलब है, बीते साल 24 अगस्त को ओडिशा के कालाहांडी में दाना मांझी को अपनी पत्नी के शव को अपने कंधे पर लेकर करीब 10 किलोमीटर तक चलना पड़ा था. उसे अस्पताल से शव को घर तक ले जाने के लिए कोई वाहन नहीं मिल सका. मांझी के साथ उसकी 12 वर्षीय बेटी भी थी. भवानीपटना के ज़िला अस्पताल में मांझी की पत्नी की टीबी से मौत हो गई थी.
माझी ने बताया कि ‘बहुत कोशिश के बावजूद भी उसे अस्पताल के अधिकारियों से किसी तरह की मदद नहीं मिली. इसलिए उसने अपनी पत्नी के शव को एक कपड़े में लपेटा और उसे कंधे पर लाद कर भवानीपटना से करीब 60 किलोमीटर दूर रामपुर ब्लॉक के मेलघारा गांव के लिए पैदल चलना शुरू कर दिया.’
मांझी की बदलती हुई ज़िंदगी देखकर अच्छा लगा.
Source : huffingtonpost