कहते हैं फ़िल्में समाज का आईना होती हैं. समाज का फ़िल्मों पर असर पड़ता हो या नहीं, फ़िल्मों का असर समाज पर ज़रूर पड़ता है. इसी बात का सबूत हैं ये बड़ी चोरियां, जिन्हें करने की प्रेरणा लोगों को फ़ेमस फ़िल्मों से मिली.

1. ‘डॉली की डोली’ – रुड़की की लुटेरी दुल्हन

वैसे तो फ़िल्म ‘डॉली की डोली’ खुद एक असली घटना पर आधारित थी, लेकिन इसी फ़िल्म के कारण एक और ऐसी घटना हो गयी. 22 नवंबर, 2017 को रुड़की के किसान अजय त्यागी की शादी काया से हुई थी. शादी के कुछ ही दिनों बाद काया गहनों के साथ भाग गयी. पुलिस अब भी उसकी तलाश कर रही है.

2. ‘धूम 2’ – नेशनल हेंडीक्राफ्ट म्यूज़ियम की डकैती

विनय परमार ने कहा कि वो पश्मीना शौल पर रिसर्च कर रहा है और नेशनल म्यूज़ियम में एंट्री पा ली. सिक्योरिटी की कमियों को बारीकी से देखने के बाद कई महीनों तक चोरी की तैयारी की और फिर एक दिन दो करोड़ रुपये की 16 शौलें चुरा लीं. 250 साल पुरानी ये शौलें चुराने के बाद वो ज़्यादा दिन पुलिस से नहीं भाग पाया और पकड़ा गया.

3. ‘बॉम्बे टू गोवा’ – MNC के गोदाम की लूट

1972 में आई इस फ़िल्म से प्रेरित होकर एक MNC के कर्मचारियों ने गोदाम में रखी तिजोरी लूटने का प्लान बना डाला. इसके लिए उन्होंने एक सिक्योरिटी गार्ड का खून भी किया. चोरों को पकड़ लिया गया, लेकिन चुराए गए दस लाख में से पुलिस को केवल एक हज़ार रुपये ही मिल पाए.

4. ‘Ocean’s Eleven’ – कानपुर बैंक की लूट

दिसंबर 2012 में कानपुर में 4 लोगों ने बैंक ऑफ़ बरोड़ा से 23 लाख लूटे. इन लोगों ने पूछ-ताझ में फ़िल्म ‘Ocean’s Eleven’ से प्रेरित होने की बात बताई. उन्होंने चोरी के दौरान पहचाने जाने से बचने के लिए हेलमेट और चश्मा पहना था. पकड़े न जाने के लिए इन लोगों ने अपने सिम कार्ड तोड़ के फेंक दिए थे और अलग हो गए थे.

5. ‘Robin Hood’ – दिल्ली में रईसों के घर हुई चोरियां

27 साल के इरफ़ान ने चोरी किये पैसों से बिहार के अपने गांव में गरीबों की शादियां करवायीं और हेल्थ कैंप लगवाए. उसने दिल्ली में 12 घरों से चोरी की थी. उसके पास से कई लाख का चोरी का सामान बरामद हुआ था.