“रोहतक बहनों” के मामले में अब तक इतने मोड़ आ चुके हैं कि अब ये मुश्किल होता जा रहा है  कि किसे सच माना जाय. इस सब की शुरुआत एक वीडियो से हुई जहां दो बहनें, पूजा और आरती को छेड़छाड़ करने वाले युवकों की पिटातई करते हुए दिखाया गया. पूरा मीडिया इसके पीछे पागल हो कर दौड़ पड़ा और साथ ही ये लड़कियां जो इन पर हो रहे जुल्म से लड़ती दिखीं को महिमामंडित किया गया.

‘बहादुर’ के तमगे से नवाजी जा चुकी इन दोनों बहनों ने शायद ये वीडियो न देखा हो जहां वे रोहतक के एक पार्क में किन्हीं लड़कों को मारने के साथ ही भद्दी गालियां देते हुए दिखती हैं, जिसकी कोई वाजिब वजह नहीं दिखती.

मगर तभी चारों ओर से चश्मदीदों का तांता लग गया, चश्मदीद जो दावा करते हैं कि ये लड़कियां तो बस पुरुषों को बदनाम करती हैं, चश्मदीद वे जो लड़कियों के परिवार द्वारा ठगे गये हैं और वे जो बताते हैं किन गलत तौर-तरीकों से इन लड़कियों ने उन पर गलत आरोप लगाए हैं.