अपनी डेली लाइफ़ में हम खुद न जान कितने ही छोटे-मोटे नियम और कानून तोड़ते हैं. इन्हें तोड़ने के हम इतने आदी हो गये हैं कि अब ये हमारी ज़िंदगी का हिस्सा लगने लगे हैं. अगर आप सोचते हैं कि नियम और कानून तोड़ने के मामले में सिर्फ़ हम ही लोग आगे हैं, तो थोड़ा ठहरिये क्योंकि इस मामले में जानवर भी हमें पूरी टक्कर दे रहे हैं. आज हम आपके लिए कुछ ऐसे ही जानवरों की तस्वीरें लेकर आये हैं, जिन्हें देख कर आप भी कहेंगे, ‘भाई साहब! ये तो अपने भी गुरु निकले.’

बिल्ली मौसी यहां प्यार करना मना है.

बिलकुल मौके पर आये हो गुरु.

ये अफ़वाह कौन फैला रहा है भाई?

अपन से पंगा? अभी बनाता हूं इसे नवाब.

उफ़्फ़ तेरी अदा!

घंटा दिखाई दे रहा है न!

अच्छा! और बनो खिलाड़ी.

मेरी मर्ज़ी, मैं चाहे ये करूं, मैं चाहे वो करूं.

पहरेदारी में तैनात एक सुरक्षा गार्ड.

कोई नहीं, हमें कौन रोक सकता है?

बड़े साहब किसकी सुनते हैं भला.

ये मेरा गांव है और मैं इस गांव का सिंघम.

कसम से आपकी तारीफ़ में अब बस क्या ही कहूं.

तुझे क्या लगा? कागज़ पर मोहर नहीं लगी, तो तारा पाकिस्तान नहीं जायेगा.

लाइन वो क्या होती है?

हा… हा… हा…

बड़े आये हमें रोकने वाले!

अपन जहां लग जाते हैं, लाइन वहीं से शुरू हो जाती है.