उल्टी गिनती शुरु हो चुकी है. जैसे ही घड़ी के कांटे 31 दिसम्बर की रात 12 बजायेंगे. हम नये साल में दाखिल हो जायेंगे. हमारे साथ होंगे नये सपनें,आशायें,महत्वाकांक्षाएं और संकल्प, शायद हां शायद 2015 भी उतना ही शानदार होगा जितना 2014 रहा.
ये वीडियो हमें 2014 के बेहतरीन लम्हों से दो मिनट में रुबरू कराता है, चाहे वो ए.एल.एस बीमारी जागरुकता का सूचक बन गये आइस बकेट चैलेंज हो या फिर नरेन्द्र मोदी का दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में प्रधानमंत्री बनना. इस साल वो सबकुछ हुआ जिसे हम ताउम्र नहीं भूलेंगे.
तो इससे पहले कि हम इस साल को अलविदा कहें, क्यों न 2014 को फ़िर से जी लें.
2014 Year in Review from Facebook on Vimeo.