जब भी ऐसी तस्वीर मेरे सामने आती है, मेरा पारा चढ़ जाता है. क्या आपके पास ज़रा भी तमीज़ नहीं है? ये कोई मज़ाक है? सदियों से चले आ रहे नियम क़ायदे मज़ाक हैं? ये तस्वीर एक अपमान है, कलंक है. जो भी इसे शेयर कर रहे हैं, उन्हें शर्म आनी चाहिए.

इस तस्वीर के बारे Jonas Tuason क्या कहते हैं, वो भी पढ़ने लायक है, आखिर शुरुआत तो उन्होंने ही की है.