प्रकृति किन नियमों पर चलती है, मानव आज तक यह नहीं समझ पाया है. क़ुदरत कभी-कभी ऐसे कदम उठाती है, जो लोगों के जीवन में अजीब सी परिस्थितियां खड़ी कर देते हैं. बांग्लादेश में रहने वाली सहाना ख़ातून के साथ 10 साल की छोटी उम्र में ही क़ुदरत ने ऐसा मज़ाक किया है, जिसने उसकी ज़िन्दगी पूरी तरह बदल दी है.
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10 वर्षीय सहाना ख़ातून ट्री मैन सिंड्रोम यानी एपिडर्मोडिसप्लासिया वेरुसीफोर्मिस नाम की त्वचा की विकृति से जूझ रही हैं. इसकी वजह से उसके चेहरे पर पेड़ की शाखाओं जैसे दिखने वाले मस्से उभर आये हैं. सहाना से पहले ये बीमारी दुनिया में छह और लोगों को हो चुकी है, पर सुहाना पहली ऐसी लड़की है, जो इस अजीब सी बीमारी से प्रभावित हुई है. डॉक्टर्स का भी ऐसा ही कहना है.
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सहाना के पिता का कहना है कि पेड़ का तनारूपी यह मस्सा महज चार महीनों में अचानक ही निकल आया. जब उन्होंने इसको लगातार बढ़ते देखा तो उन्हें चिंता हुई. जब इसकी वृद्धि और तेजी से होने लगी, तो पेशे से मजदूर शाहजहां अपनी बच्ची को ढांका के एक हॉस्पिटल में इलाज के लिए ले आए. पर गरीब शाहजहां के पास इतने पैसे नहीं हैं कि वो अपनी बच्ची को इस भद्दी बीमारी से पूरी तरह से निजात दिला सकें. उनका कहना है कि डॉक्टर्स से उनकी गुज़ारिश है कि वो इस भद्दी चीज़ को उनकी सुन्दर बेटी के चेहरे से निकाल फेंके.
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गौरतलब है कि इस बीमारी का सबसे गन्दा असर अबुल बजंदर पर हुआ है. बांग्लादेश के रहने वाले अबुल इस बीमारी से बहुत बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. उनके हाथों पर पेड़ के तने जैसी आकृति निकल आई हैं.16 सर्जरी के बाद उसके हाथों से लगभग 5 किलो अपशिष्ट निकाला जा चुका है.
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शाहजहां अपनी बेटी की इस हालत को लेकर बहुत परेशान हैं और जल्द से जल्द उसे ठीक देखना चाहते हैं.