हर भारतीय परंपरा के पीछे कोई न कोई Scientific Reason ज़रूर होता है. अक्सर नए लोग परम्पराओं को अंधविश्वास समझ कर नकार देते हैं. परम्पराएं मात्र अन्धविश्वास पर बनी होती हैं, ऐसा नहीं है. इन तथ्यों को जान कर आपको भी यकीन हो जायेगा कि परम्पराएं और मान्यताएं Scientific Knowledge पर आधारित होती हैं. पहले लोगों के पढ़े-लिखे न होने के कारण उन्हें ये Scientific Reasons समझाना मुश्किल होता था. इसलिए इन्हें धर्म से जोड़ दिया गया.
1. होली में रंग खेलना

Biologists का मानना है कि Liquid Dye या Abeer त्वचा के रोम-छिद्रों में जा कर शरीर के Ions को मज़बूत करता है और स्वास्थ्य व सुन्दरता को बढ़ाता है.
होलिका दहन के पीछे भी Scientific Reason है. सर्दियां ख़त्म होने पर वातावरण में और इंसान के शरीर में Bacteria की संख्या बढ़ जाती है. जब होलिका दहन किया जाता है, तो तापमान 145 Degrees Fahrenhiet तक चला जाता है. जब लोग आग की परिक्रमा करते हैं तो इस तापमान में Bacteria मर जाते हैं.
2. मांग भरना

सिन्दूर, हल्दी, चूना और Mercury मिला कर बनाया जाता है. Mercury रक्त-चाप नियंत्रित करता है, यह यौन इच्छा को भी बढ़ाता है. यही कारण है कि विधवाओं को सिन्दूर नहीं लगाने दिया जाता है. ये तनाव को कम करने में भी मदद करता है.
3. रमज़ान

Fasting से Metabolism ठीक रहता है. रमज़ान के दिनों में सूरज निकलने से पहले हल्का भोजन लिया जाता है और सूरज छिपने के बाद कुछ मीठा खाया जाता है. इससे रक्त-चाप और Cholesterol नियंत्रण में रहता है.
4. नमाज़

नमाज़ की 5 मुद्राएं होती हैं. Modern Scientific Research के अनुसार, इससे व्ययाम होता है, जो शरीर के सात चक्र सक्रिय करता है. इससे मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन बेहतर बना रहता है.
5. मंदिर जाना

मंदिरों को एक ख़ास दिशा में बनाया जाता है, ऐसी जगह, जहां Magnetic और Electric Wave से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है. मूर्ती को मंदिर के केंद्र में स्थापित किया जाता है, जिसकी दक्षिणावर्त परिक्रमा करने से शरीर इस सकारात्मक ऊर्जा को सोख लेता है.
6. कई धर्मों में मांस, मदिरा, प्याज़, लहसुन आदि खाने की मनाही होती है

मदिरा सेवन से काम-वासना बढ़ती है और इंसान में संकोच कम हो जाता है. वहीं प्याज़, लहसुन खाने से क्रोध बढ़ता है. ये सभी पदार्थ तामसिक गुणों को बढ़ाते हैं.
7. दही खाना

इससे पाचन-शक्ति बेहतर होती है. इसलिए सफ़र या किसी शुभ काम के लिए जाने से पहले दही खाने को कहा जाता है.
8. ब्रह्म मुहूर्त में जगना

सूर्योदय से 90 मिनट पहले का समय ब्रह्म-मुहूर्त होता है. कहते हैं इस मुहूर्त में पढ़ना अच्छा होता है. दरअसल, इस समय वातावरण शांत होता है, Oxygen की मात्रा भी इस वक़्त हवा में अधिक होती है. इस समय पढ़ते हुए ध्यान लगाना आसान होता है.
9. सोना-चांदी खरीदना

हिन्दुओं में शुभ दिनों और त्योहारों पर सोना व चांदी खरीदने की परंपरा होती है. सोने-चांदी की कीमत हमेशा बढ़ती है. इससे परिवार को आर्थिक-स्थिरता मिलती है.
10. मकर संक्रांति में तिल और गुड़ के पकवान खाना

आयुर्वेद के अनुसार, तिल खाने के अनेक फायदे होते हैं और ये एक आयुर्वेदिक दावा भी है. काला तिल सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है. इस समय मौसम बदल रहा होता है, ऐसे में बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है, तिल और गुड़ के सेवन से रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.