जेम्स बॉण्ड की फ़िल्मों में आपको सबसे ज़्यादा कौन सी चीज़ आकर्षित करती थी? उसकी खुफ़िया गाड़ियां और उसके अनोखे हथियार? पर कभी-कभी उनकी वास्तविकता हमारे सामने धुंधली पड़ जाती थी. आपको ज़्यादा सोचने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि हमारे पास कुछ ऐसा है, जिसे देख कर आपको खुफ़िया हथियारों पर फिर से विश्वास हो जायेगा. दूसरे विश्व युद्ध के दौरान भी दुनिया भर में कई जासूस फैले हुए थे, उन लोगों के पास उस समय भी अत्याधुनिक ख़तरनाक हथियार हुआ करते थे. ब्रिटिश जासूसों द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले कुछ ऐसे ही हथियारों की तस्वीरें 70 साल बाद सामने आई हैं.

इन हथियारों को M19 ने बनाया था. ये एक खास संस्था थी, जिसे नाज़ियों को पकड़ने के लिए ब्रिटिशों ने बनाया था. इस आर्गेनाइजेशन को SOE द्वारा संचालित किया जाता था, जिसका पूरा नाम Special Operations Executive था.. इनमें से ज़्यादातर हथियार डेली इस्तेमाल में लाये जाने वाले सामानों से एक हैं, जैसे नेल कटर, चाकू और पेन. आइये आपको दिखाते हैं ऐसे ही हथियारों की कुछ तस्वीरें.

Escape Utility Knife

भयावह दिखने वाले इस छोटे से चाकू में तीन अलग-अलग ब्लेड्स होते थे, जिनसे टायर्स से लेकर धातु के तार तक काटे जा सकते थे.

Concealment Key

ये चाबी ही थी, पर इसमें एक खुफ़िया जगह होती थी, जहां जासूस ज़हर छुपा कर रखते थे.

Garrote Wire

ये सूक्ष्म हथियार बस दो उंगलियों में पहना जाता था, जिसमें धारदार तार लगा होता था. इस तार से गला दबाकर लोगों की हत्याएं की जाती थीं.

Pen Dagger

ये 3 इंच की एक लम्बी कलम थी, जिसका ढक्कन निकालने पर अन्दर से धारदार नुकीली चीज़ बाहर आ जाती थी. इसे पकड़ पाना बहुत मुश्किल था, क्योंकि कोई इसे देख कर बता नहीं सकता था कि इसमें हथियार छुपा है.

Microphone Spy Watch Recorder

ये एक खुफ़िया यंत्र था, जो घड़ी में फिट किया गया था. इस यंत्र में एक तार अटैच था, जिससे लोगों की बातें रिकॉर्ड की जाती थीं.

Assassination Lapel Spoke

ये एक स्टील पिन थी, पर साथ ही इतनी नुकीली थी कि आपकी बॉडी के आर-पार हो जाए. ये जासूस अपनी जैकेट में फ़िट करके रखते थे, ताकि संदिग्ध नाज़ियों को मार सकें.

Royal Compass

ये एक संकेत था, जो किसी लॉकेट की तरह दिखता था. पर इसमें ऐसी खूबी थी कि बटन दबाते ही इसमें कंपास एक्टिव हो जाता था.

वैसे ये सब चीज़ें ब्रिटिश सरकार द्वारा 14 फरवरी को नीलाम होने वाली हैं. इन SOE एजेंट्स को लोग असली योद्धा मानते हैं और उनकी बहुत सराहना करते हैं.