एक मैट्रिमोनियल वेबसाइट, Shaadi.com ने आलोचना के बाद अपनी वेबसाइट से स्किन कलर फ़िल्टर हटा दिया है.
दुनियाभर में चल रहे ऐंटी-रेसिज़्म प्रोटेस्ट के बीच ये एक बहुत बड़ी उपलब्धि है.
हेतल के पेटिशन पर 1600 से ज़्यादा लोगों ने साइन किया.
हेतल को पेटिशन शुरू करने का आईडिया, मेघना नागपाल की फ़ेसबुक पोस्ट से आया, मेघना Shaadi.com यूज़ कर रही थीं.
मेघना ने BBC से बात-चीत में कहा, ‘मैंने उन्हें मेल किया और उनके एक रिप्रज़ेन्टेटिव ने कहा कि ये फ़िल्टर ज़्यादातर भारतीय पैरेंट्स इस्तेमाल करते हैं.’
मैं इस समस्या का हल चाहती थी और ऐसा हल जिससे कुछ बदलाव आये. और ये आग की तरह फैल गया. 14 घंटे में ही 1500 से ज़्यादा सिगनेचर मिल गये. लोग ख़ुश थे कि हमने इस मुद्दे को उठाया.
-हेतल लखानी
भारतीय स्किन कलर को लेकर बहुत ज़्यादा ‘चिंतित’ रहते हैं. भारतीय रंग ही डार्क है पर यहां के लोग गोरेपन को लेकर पगला जाते हैं. हर साल फ़ेयरनेस क्रीम कंपनियों को हो रहा करोड़ों का मुनाफ़ा इस बात का सुबूत है, वक़्त आ गया है कि ये सोच बदले.