इराक़ी सेना ने एक प्राचीन महल की खोज की है, जो नबी युनुस की मज़ार के नीचे दबा हुआ था. इस मज़ार को ISIS ने जुलाई 2014 में उड़ा दिया था. जब इराक़ी सेना Mosul में जिहादियों द्वारा उड़ाई गई इस पवित्र जगह की तफ़्तीश कर रही थी, तब वहां ये गुप्त सुरंग मिली. ये सुरंग भूलभुलैया जैसी थी, जो कई तरफ़ से खुलती है.

आतंकियों को शायद ये बात पता थी कि इसके नीचे कुछ दबा हुआ है, इसलिए उन्होंने मज़ार को उड़ा कर उसके नीचे कई जगहों पर खुदाई की. शायद उन्हें यहां बहुत कुछ मिला था, जिसका किसी को अनुमान नहीं है. ये सब लूट के इरादे से किया गया था.

अभी भी वहां सुरंग के अन्दर दीवारों पर तीन हज़ार साल पहले की नक्काशियां मिली हैं. पुरातत्व विभाग की ओर से भी वहां एक टीम भेजी गयी है. इस टीम के हेड, Layla Salih का कहना है कि अंदर जाने में बहुत ख़तरा है, क्योंकि दीवारें इतनी ढह चुकी हैं कि कभी भी गिर सकती हैं.

Layla के अनुसार, ये सब कुछ Assyrian पीरियड का है और ये जगह महाराजा Esarhaddon का महल प्रतीत होती है. उनका शासनकाल 681-669 BC था. इसके अन्दर एक ऐसी संरचना भी मिली है, जो सफ़ेद संगमरमर पर बनाई गई है, दरअसल ये पंखों वाले एक बैल की छवि है. ये महल के द्वार पर हुआ करता था. इसके अलावा कई ऐसी कलाकृतियां भी मिली हैं, जिनमें यहां के लोगों की तस्वीरें पत्थरों पर उकेरी गई हैं.

Layla के अनुसार, ये सारी चीज़ें शोध के नज़रिये से बहुत ही महत्वपूर्ण हैं. ये हमें उस सदी के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियां देंगी. इन कलाकृतियों और नक्काशियों से वहां के लोगों को, उनके रहन-सहन को और उनकी संस्कृति को जाना जा सकता है.

ISIS के आतंकी इन सारी चीज़ों को यहां से नहीं ले जा पाए, क्योंकि उन्हें डर था कि कहीं ये पहाड़ियां उनके ऊपर गिर न जायें. इसलिए आतंकियों ने सारी छोटी-छोटी चीज़ें जैसे बर्तन,आभूषण लूट लिए.

इराक़ी अथॉरिटी ने इसके अंदर से 107 मिट्टी के बर्तनों को बिलकुल सही अवस्था में पाया है. इराक़ के संस्कृति मंत्रालय के एक अधिकारी का कहना है कि वहां से 700 से भी ज़्यादा पुरातत्व सामान खोद कर बाहर निकाले गये हैं और उन्हें चोरी से बेच दिया गया है.

आतंक फैलाने के अलावा इन जिहादियों का ये भी मिशन था कि सारी ऐतिहासिक विरासतों को तबाह कर दिया जाये.