हिंदी फ़िल्मों में अकसर दिखाया जाता है कि एक कामयाब आदमी के पीछे किसी औरत का हाथ होता है. हालांकि ये बात कितनी सच है, ये किसी को नहीं पता, पर इसे सच साबित करने को ले कर अपने ही तर्क रहते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे ही लोगों के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने शादी से तौबा करके अपने लिए एक ऐसा मुकाम बनाया, जो दुनिया के लिए किसी मिसाल से कम नहीं.
योगी आदित्यनाथ
हाल ही में उत्तर प्रदेश की कमान संभालने वाले नव-निर्वाचित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 22 साल की उम्र में ही सन्यासी बन गए थे.
मनोहर लाल खट्टर
संघ के गलियारे से निकल कर हरियाणा की सत्ता पर काबिज हुए मनोहर लाल खट्टर फ़ालतू की चर्चा में नहीं रहते. शायद इसकी एक वजह उनका शादीशुदा न होना भी हो!
नवीन पटनायक
ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल प्रमुख नवीन पटनायक भी सिंगल हैं. अपनी इसी छवि का इस्तेमाल करके, वो अकसर अपने वोटरों को लुभाने की कोशिश करते हुए भी दिखाई देते हैं.
राहुल गांधी
सिंगल नेताओं की बात हो रहो हो और राहुल गांधी को भूल जायें, भला ऐसा भी कभी हो सकता है? आख़िरकार राहुल का नाम इंडिया के सबसे पावरफ़ुल सिंगल्स के बीच सबसे ऊपर आता है.
मायावती
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती, भले ही अपने राजनीतिक करियर को ले कर लंबी उड़ान छलांग लगा चुकी हों, पर अपने इस सफ़र पर उन्हें किसी साथी की ज़रूरत नहीं पड़ी.
ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शादी के मामले में राजनीतिक प्रतिद्वंदियों से पीछे ही नज़र आती हैं. हालांकि उनकी इस छवि ने राजनीति में उनका काफ़ी साथ दिया है.
जयललिता
तमिलनाडु की दिगवंत मुख्यमंत्री जयललिता को राजनीति में भले ही कई साथी मिले, पर ज़िन्दगी के सफ़र में उन्हें कोई हमसफ़र नहीं मिला.
उमा भारती
बीजेपी के महिला विंग में हिंदुत्व का चेहरा माने जाने वाली उमा भारती भी उन लोगों की लिस्ट में शामिल हैं, जिन्होंने शादी से तौबा की. फ़िलहाल उमा सरकार के केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा हैं.