शुद्ध पेयजल हमारे शरीर के लिए बहुत ज़रूरी है. इंसान को पूर्णरूप से स्वस्थ रहने के लिए हर रोज़ दो से तीन लीटर पानी की ज़रूरत पड़ती है. पानी शरीर के कई हानिकारक पदार्थों को निकाल देता है. इससे पाचन क्रिया बेहतर होती है और ये शरीर में किसी तरह का इंफ़ेक्शन फ़ैलने से बचाता है. वैसे तो पानी का फ़ार्मूला H2O होता है, लेकिन सरकारी नलों के पानी में ये फ़ार्मूला फ़िट नहीं बैठता. इसमें कई हानिकारक अशुद्धियां भी मिली होती हैं.

ऐसे में बहुत ज़रूरी है कि हमें पानी को शुद्ध करने और पीने लायक बनाने के तरीके आते हों.

ये कुछ तरीके हैं, जिनसे आप खुद से अशुद्ध पानी को पीने लायक बना सकते हैं.

पानी की बोतल से बनाएं फ़िल्टर

पानी की बोतल से फ़िल्टर बनाने के लिए आपको एक मग, कॉफी फ़िल्टर, रेत, बजरी, लकड़ी के कोयले (चारकोल) के छोटे-छोटे टुकड़े, फ़ोम या कॉटन, दो लीटर की प्लास्टिक बोतल.

सबसे पहले प्लास्टिक की बोतल को नीचे की तरफ से काट दें. उसके ढक्कन में छेद कर दें और उसे बंद कर दें. फिर बोतल के मुंह में फ़ोम या कॉटन लगा दें. उसमें दो से तीन कप एक्टिवेटेड कार्बन यानि चारकोल डालें. इसमें बिल्कुल महीन छेद होते हैं, जो हानिकारक पदार्थों को फ़िल्टर के वक़्त रोक लेता है. चारकोल में पॉज़िटव चार्ज होता है, इसलिए जैसे ही पानी उस पर से गुज़रता है, सारे निगेटिव चार्ज वो घसीट लेता है.

1. फिर उस पर रेत और बजरी की एक परत डालें.

2. इसके बाद उस पर कॉफी फ़िल्टर या पेपर टॉवल की कई परत लगा दें.

3. फिर बोतल के मुंह को पलट कर किसी दूसरे कंटेनर में फंसा दें ताकि उसमें साफ़ पानी इकट्ठा हो सके. इसके बाद दूसरी तरफ़ से पानी डालना शुरू कर दें.

ध्यान रहे: ये तरीका सिर्फ़ पानी में घुली अशुद्धियां निकालता है न कि पानी में घुले वायरस, जैसे बैक्टीरिया, प्रोटोज़ोआ आदि. पानी को सुरक्षित बनाने के लिए उसे उबाल लें.

अधिक जानकारी के लिए ये वीडियो देखें.

पानी साफ़ करने के बेहद आसान तरीके

1. आप कॉफ़ी फ़िल्टर, पेपर टॉवल या कॉटन फ़ैब्रिक ले सकते हैं.

 ये पानी की बारीक अशुद्धियों को रोक लेता है. ये पानी को साफ करने का सबसे पहला तरीका है, इस फ़िल्टर को बोतल के मुंह के पास लगाएं. रबर बैंड से इसे सील कर दें, उसके बाद धीरे-धीरे इसमें पानी डालें. कोशिश करें कि इसके लिए सफ़ेद रंग का फ़ैब्रिक ही इस्तेमाल करें कोई रंगीन नहीं. जब पानी फ़िल्टर हो जाए, तो उसे उबाल कर आप पी सकते हैं.

2. केले की लकड़ी का छिकला और कॉफ़ी फ़िल्टर: 

अगर आपके पास केले की लकड़ी है, तो उसे छील लें, फिर उसे फ़ूड प्रोसेसर में डाल कर बारीक कर लें. इसके बाद उसे कॉफी फ़िल्टर में डाल लें. इसके बाद जब आप पानी डालेंगे तो, लकड़ी के छिकले बैक्टीरिया घसीट लेंगे और आप पानी उबाल कर पीने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.

3. पेड़ की छाल से बनाएं फ़िल्टर: 

हर वक़्त आपके पास प्लास्टिक की बोतल नहीं होती, ऐसे में आपके पास अगर चाकू है, तो उससे आप किसी भी पेड़ की छाल निकाल सकते हैं. ये बांस की लकड़ी हो सकती, देवदार की या किसी भी पेड़ की जो आसानी से निकल आए. आपको एक बड़ी छाल निकालनी होगी जिससे आप कोन बना सकें. फिर किसी धागे या जड़ का इस्तेमाल करके कोन को वैसे ही बांध दें. आपको अभी भी एक्टिवेटेब कार्बन चाहिए होगा, लेकिन आप चाहें तो घास को अंदर से निकाल कर, रेत या बजरी का इस्तेमाल कर के शुरुआती तौर पर पानी साफ़ कर सकते हैं.

4. पानी को केमिकल से भी साफ़ किया जा सकता है:

पानी को फ़िल्टर करने से उसके ​अशुद्ध पदार्थ बाहर हो जाते हैं और उबालने से उसके बैक्टीरिया और वायरस मर जाते हैं,​ जिससे वो पीने लायक हो जाता है. इसके अलावा पानी को केमिकल से भी साफ़ किया जा सकता है. वैसे ​केमिकल से साफ़ पानी को जितना हो कम से कम इस्तेमाल करें.

ब्लीच:

 जब आप पानी साफ़ करने के लिए ब्लीच करते हैं, तो ध्यान रहे कि उसमें फ़ॉस्फ़ेट, साबुन, खुशबू या कोई योजक न हो. इसकी मात्रा एक गैलन पानी में एक छोटे चम्मच का 1/8वां हिस्सा हो. ब्लीच को फ़िल्टर्ड पानी में डालें और हिलाएं. एक घंटे तक उसे छोड़ दें. उसके बाद 12.5 गैलन पानी में लगभग आधा लीटर घोल डाल दें.

क्लोरीन डाइऑक्साइड की गोलियां: 

फ़िल्टर पानी में ये एक गाली डाल कर घोल बना लें. ये चार साल पर पानी साफ कर सकता और ये मात्र चार घंटे की प्रक्रिया है.

आयोडीन:

 इसकी गोली और घोल बाज़ार में उपलब्ध होते हैं. इसे आप पानी में घोल कर पानी साफ़ कर सकते हैं. जिन्हें थायरॉयड की प्रॉब्लम है या जो गर्भवती है, वो इस तरीके को न अपनाएं तो अच्छा है.