बचपन में एक कहानी पढ़ी थी एक ऐसे इंसानी बच्चे की, जो भेड़ियों के बीच बड़ा हुआ और इंसानों की शक़्ल-सूरत के बावजूद जानवरों की तरह ही पेश आता था. ये कहानी थी ‘मोगली’ की. कहानी बेहतरीन है, कोई शक़ नहीं. बड़े हुए तो दिमाग़ ने सवाल किया कि अगर मोगली जैसी हालत सच में किसी की हो तो?

सोचिये एक ऐसे इंसानी बच्चे के बारे में जो इंसानों की तरह दिखता है, लेकिन दोनों हाथ-पैर से चलता है. जानवरों की तरह खाता है, बातें नहीं करता. और तो और जानवरों की तरह ही शोर मचाता है और परेशान होने पर काटने को दौड़ता हो?

सोचकर ही मन में अजीब सी आकृति बनी, है ना?

लेकिन ये महज़ कहानी नहीं, हक़ीक़त है Genie की ज़िन्दगी की. Genie की कहानी इंसानों के इतिहास में Child Abuse की सबसे क्रूर कहानी है. Genie को बचपन में प्यार तो दूर, इंसानी स्पर्श तक नसीब नहीं हुआ. उसे एक अंधेरे काले कमरे में बंद रखा गया, जिसकी खिड़कियां भी पेंट की हुई थी. उसे बुरी तरह मारा जाता और इससे अलावा उसे कोई भी आवाज़ निकालने या सुनने की अनुमति नहीं दी गई. Genie के साथ ऐसा करने वाला उसका अपना पिता था.

1957 में कैलिफ़ॉर्निया में जन्मी Genie अपने माता-पिता की दूसरी संतान है. उसके पिता को बच्चे पसंद नहीं थे और वो अपने परिवार को बहुत प्रताड़ित करते था. किसी को भी घर से बाहर कदम रखने की अनुमति नहीं थी.

Genie के पिता, Wiley का बचपन भी अभावों में गुज़रा था. उसकी मां एक वेश्यालय चलाती थी और अपने बेटे से मिलने कभी-कभी आती थी. Genie के पिता की इस मानसिक स्थिति का असर उस पर पड़ा. Genie की मां उसके पिता से 20 साल छोटी थी. मोतियाबिंद होने के साथ-साथ उसे आंखों से जुड़ी कुछ बीमारियां और भी थी, जिस कारण वो अपने पति पर पूरी तरह निर्भर थी. ये सभी कारण थे, जिन वजहों से Genie को माता-पिता का प्यार नहीं मिला. उसके पिता उसे खाने के लिए Baby Food, Cereal और कभी-कभी उबला अंडा देते, लेकिन एक छोटे से Sleeping Bag में भरकर उसके हिलने-डुलने पर पाबंदी लगा देते.

जब Genie 20 महीने की हुई तब उसके पिता उसे और अपने परिवार को लेकर अपनी मां(Genie का दादी) के घर में रहने आ गये.

Genie की दादी की मृत्यु के बाद उसके पिता अधिक ज़ालिम बन गए और बाहर के लोगों से और ज़्यादा कटे-कटे रहने लगे. उसके पिता ने नौकरी छोड़ दी और परिवार पर और ज़्यादा पाबंदियां लगा दी, खासकर आवाज़ को लेकर. घर में रेडियो, टीवी तो दूर की बात उन्होंने अपने बेटे(Genie का बड़ा भाई) और बीवी को Genie से बात तक करने से मना कर दिया. अगर कोई उसके पिता की इजाज़त के बिना Genie के पास बातचीत करता मिल जाता, तो उसके पिता उसे सज़ा देते.

Wiley, अपने बड़े बेटे को भी Genie को प्रताड़ित करने के लिए उकसाते. वो उसे खाने को बहुत कम देते, जिस कारण 13 साल की उम्र में Genie सिर्फ़ 6 साल की दिखती. रोज़ाना लगभग रात के 11 बजे चुपके से उसकी मां कुछ खाने को दे देती. इस कारण Genie के सोने की आदत पर ख़ासा प्रभाव पड़ा. बंधे रखे जाने के कारण वो अपने हाथ-पैर नहीं हिला सकती थी, जिस कारण वो सही से विकसित भी नहीं हो सकी.

Genie को क़ैद कर रखे जाने के कारण वो बुरी तरह Disabled हो गई. 13 साल की होने के बावजूद उसे चलने-फिरने में तकलीफ़ होती. वो खाना निगल पाने में भी असमर्थ थी और उससे पेशाब भी Control नहीं हो पाता था. उसकी आंखें कमज़ोर नहीं थी, लेकिन एक छोटे कमरे में बंदी बने रहने के कारण वो ज़्यादा दूर तक नहीं देख पाती.

1970 में Genie के माता-पिता के बीच भयंकर लड़ाई होने लगी. कुछ हफ़्तों बाद, जब उसके पिता घर से बाहर थे, तब Genie की मां घर छोड़ कर चली आई.

Cataract की वजह से Genie की मां की आंखें कमज़ोर हो गई थीं, इस कारण वो ग़लती से General Social Services के दफ़्तर पहुंच गईं. वहां एक सोशल वर्कर ने उनको देखा और पूरी बात पता की. इसके बाद उस सोशल वर्कर की देखरेख में ही Genie की मां ने पुलिस से संपर्क किया. इस परिवार की सच्चाई जगजाहिर हो गई. कोर्ट में पेशी से ठीक एक दिन पहले उसके पिता, Wiley ने आत्महत्या कर ली.

मरने से पहले उसने एक नोट भी छोड़ा, ‘ये दुनिया कभी नहीं समझेगी.’

Genie को Children’s Hospital में भर्ती करवाया गया जहां अनुभवी डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरु किया.

अस्पताल में मिले प्यार और देखभाल के कारण Genie के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में तेज़ी से सुधार हुआ. Genie शोधार्थियों के लिए भी एक गंभीर विषय बन गई. उसका इलाज करने वाले डॉक्टर David Rigler और उनकी बीवी कुछ दिनों के लिए उसके Foster Parents बने.

1975 में जब वो 18 वर्ष की हुई तब उसकी मां ने उसकी देखभाल की इच्छा ज़ाहिर की. जनवरी 1978 में Genie की मां ने वैज्ञानकों और शोधार्थियों की उससे मिलने पर पाबंदी लगा दी.

1978 और 1990 के बीच 4 Foster Homes में रहने के दौरान Genie अवसाद ग्रसित हो गई.

Genie अभी कैलिफ़ॉर्निया में ही रह रही है, कहां, ये पता नहीं. वो अब कैसी दिखती है, ये भी पता नहीं.