इस बात को लगभग 18 साल हो गए. टीवी एंकर सुहैब इलियासी की पत्नि अन्जु इलियासी की मृत्यु दिल्ली के एक अस्पताल में हुई. निचली अदालत ने तब इस मशहूर टीवी एंकर को हत्या का दोषी पाया था और उम्रक़ैद की सज़ा दी थी. जिस फ़ैसले को उच्च अदालत ने पलट दिया और सुहैब को निर्दोष बताया.

सुहैब इलियासी उस समय India’s Most Wanted शो चलाते थे. ये शो भारत के कुख़्यात अपराधियों और भगोड़ों की कहानी बताता था. शो के सतह ही सुहैब भी काफ़ी पॉपुलर थे. एक दिन ऐसे ही अचानक ख़बर आयी कि सुहैब को उनकी पत्नी की हत्या के आरोप में गिरफ़्तार कर लिया गया है. ये उस वक़्त काफ़ी बड़ी ख़बर थी क्योंकि क्राइम के ख़िलाफ़ शो चलाने वाला इंसान ख़ुद अपनी ही पत्नी के क़त्ल के इल्ज़ाम में जेल जा रहा था.

क्या हुआ था?

साल 2000 में अन्जू की हत्या छूरी मार कर की गई थी. चूंकि सुहैब एक चर्चित हस्ती थे इसलिए इस मामले ने ख़ूब मीडिया कवरेज़ पाई. सुहैब उस वक़्त India’s Most Wanted क्राइम शो लेकर आते थे.

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ख़ून में सनी अन्जू को पूर्वी दिल्ली के उनके घर में पाया गया, उनके ऊपर चाकू के कई गहरे घाव थे. उन्हें जल्दी से अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.

शुरुआत में इसे एक आत्महत्या का मामला माना जा रहा था. दो पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी इस ओर ही इशारा कर रहीं थी. सुहैब के ऊपर किसी को शक़ नहीं था, अन्जू के घरवाले भी उन्हें एक अच्छा दामाद मानते थे.

अन्जु और सुहैब की शादी.

दोनों की मुलाक़ात दिल्ली के जामिया मिलिया विश्वविद्यालय में हुई और प्यार हुआ. साल 2003 में लंदन में दोनों ने शादी कर ली. कुछ समय बाद दोनों भारत वापस आ गए लेकिन यहां रिश्तों में खटास आ गई.

अन्जु लंदन वापस चली गई, सुहैब ने दोबारा कोशिश की और अन्जू की बहन की मदद से दोबारा उससे बात करने की कोशिश की, अन्जू भी मान गई. 1996 में सुहैब लंदन गए और दोनों वापस भारत आ गए. साल 1997 में उनकी बेटी आलिया पैदा हुई. एक साल बाद फिर पति-पत्नी के रिश्तों में दरार आ गई. अन्जू अपनी बहन के पास कनाडा चली गई.

इधर भारत में, सुहैब का शो हिट हो गया. घर-घर में लोग सुहैब को जानने लगे. इस शो का आइडिया पती-पत्नि को लंदन में रहने के दौरान आया था. जब शो सफ़ल हुआ तो उन्होंने अपसी रंजिशों को भुला दिया और साथ रहने लगे.

दिसंबर, 1999 में दोनों दिल्ली में एक नए अपार्टमेंट में शिफ़्ट हो गए. एक महीने के बाद 11 जनवरी को अन्जू की हत्या हो गई.

सुहैब पर क्यों हुआ संदेह?

सुहबै के लिए मुश्किलें बढ़ गईं, जब दो महीने के बाद अन्जू की बहन रेश्मा कनाडा से वापस आई. उसने दिल्ली पुलिस को बताया कि उसके पास सबूत है, जिससे ये साबित हो जाएगा कि सुहैब ने दहेज के लिए अन्जू को प्रताड़ित किया था. मरने से पहले अखिरी बार अन्जू ने रेश्मा से ही बात की थी.

इसके बाद सुहैब की सास रुकमा भी अपनी बेटी रेश्मा के साथ खड़ी हो गई. मार्च, 2000 में दिल्ली पुलिस ने सुहैब को भारतीय दंड सहिता के अनुछेद 498A (दहेज उत्पीड़न) और 304B (हत्या के लिएउकसाने) के आरोप में गिरफ़्तार कर लिया.

मार्च, 2003 में सुहैब इलियासी के ऊपर ये सभी चार्ज तय हो गए और मामले की सुनवाई शुरू हो गई. अभी भी सुहैब के ऊपर हत्या का आरोप नहीं लगा था. इस बीच, रश्मी और रुकमा इस प्रयास में थीं कि सुहैब के ऊपर अनुछेद 302 के तहत हत्या का चार्ज भी लगे.

मां-बेटी दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की. साल 2014 में कोर्ट ने कोर्ट ने सुहैब इलियासी के ऊपर हत्या का अपराध भी दर्ज कर दिया और निचली अदालत को आदेश दिया कि सुहैब पर पत्नि की हत्या के लिए ट्रायल किया जाए.

पिछले साल दिसंबर में ट्रायल कोर्ट ने सुहैब इलियासी को दोषी पाते हुए अपना फ़ैसला सुनाया. इस फ़ैसले को दिल्ली हाई कोर्ट में चैलेंज किया गया, जिसका फ़ैसला पिछले सप्ताह आया.

कोर्ट ने निचली अदालत के फ़ैसले को पलट दिया और सुहैब को बरी कर दिया.

कोर्ट ने कहा कि सुहैब ने अपनी पत्नी की हत्या नहीं की थी. उनकी बेटी आलिया ने कहा कि कोर्ट के इस इस फ़ैसले से वो खु़श है.

Source: indiatoday