काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में संस्कृत के छात्र एक मुस्लिम प्रोफ़ेसर की नियुक्ति का विरोध कर रहे हैं. विरोध करते हुए उन्होंने यज्ञ किया और वीसी की गाड़ी पर खाली बोतल भी फेंकी.
सन् 1977 में धोती-कुर्ता पहने संस्कृत विभाग में एड होक पर नियुक्त हुए असिस्टेंट लेकचरर Ashab Ali.
अली ने 1969 में बी.ए और 1971 में एम.ए किया और दोनों में ही टॉप किया. उन्होंने वैदिक और इस्लामिक मिथकों पर अपनी PhD डिपार्टमेंट के हेड अतुल बैनर्जी के अंडर में की.
हमारे समय में ऐसा कुछ नहीं होता था. मुस्लिम होने के बावजूद मैंने संस्कृत में कई सफ़लताएं प्राप्त की. डिपार्टमेंट में ब्राह्मण भरे होने के बावजूद में हेड बना था.
-अली
अली ने बताया कि एक बार छात्रों ने 2 हिन्दू शिक्षकों को तवज्जो दिए जाने पर बैनर्जी जी के ऑफ़िस के सामने धरना दिया था. छात्रों ने अली की नियुक्ति सुनिश्चित की. अली के डिपार्टमेंट हेड इस बात का ख़ास ध्यान रखते थे कि उनकी नमाज़ और क्लास की टाइमिंग एकसाथ न रहे.