भारतीय वैज्ञानिकों ने समय-समय पर अपने खोज और शोध से विश्व को चकित कर दिया है. चाहे वो शून्य का आविष्कार हो, या फिर पेड़-पौधों में जीवन होने की बात को सिद्ध करना हो. Dr. Valiya Mannathal Hamza इसी कड़ी में एक और नाम हैं.

कोज़िकोडे के Feroke कॉलेज में Physics के प्रोफ़ेसर डॉ. हमज़ा ने कभी नहीं सोचा होगा कि उनके नाम पर Amazon नदी के Underground Twin का नाम रखा जाएगा.

डॉ हमज़ा 6 महीने के टूरिस्ट वीज़ा पर ब्राज़ील गए थे, पर क़िस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था, डॉ. हमज़ा वहां 40 वर्षों तक रहे और ‘हमज़ा नदी’ की खोज की. ये नदी सबसे लंबी Underground नदी है. ये भूतल से 4 किमी की गहराई पर है और इसकी लंबाई 6,000 किमी है.

पृथ्वी पर बहने वाली नदियों में Amazon पहली नदी है, जिसके Underground Twin की खोज हुई है.

ब्राज़ील जाने से पहले, 1966 में डॉ.हमज़ा ने हैदराबाद के National Geophysical Research Institute में Scientific Assistant के रूप में काम किया. 2 साल बाद, उन्हें National Research Council, Canada के तरफ़ से स्कॉलरशिप मिली और वे Doctorate करने के लिए Ontario चले गए. 1973 में Doctorate हासिल किया और 1 साल बाद, ब्राज़ील चले गए.

ब्राज़ील पहुंचने के बाद उन्होंने वहां अपनी ख़ुद की लैब स्थापित की और शोध कार्य शुरू किया.

अपनी खोज के बारे में बताते हुए उन्होंने 2012 में कहा,

‘शोधकार्य के दौरान ही हमने पाया कि Petrobas(Oil Company) ने Subterranean तापमान में उतार-चढ़ाव रिकॉर्ड किया था. पर उन्होंने इसको उतनी तवज्जो नहीं दी. उन्हें सिर्फ़ तेल निकालने से मतलब था. तापमान में ऐसी गिरावट तभी हो सकती है जब कोई Sub-Surface Flow हो रहा हो. हमारी तकनीक और Analysis सबसे अलग थे. मेरे विद्यार्थियों ने ही नदी का नाम मेरे नाम पर रखने की सोची.’

डॉ. हामज़ा को अपनी खोज को नदी का दर्जा दिलवाने के लिए बहुत सी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा. अन्य वैज्ञानिक ये मानने को तैयार ही नहीं थे कि जिस Water Body की बात वो कर रहे हैं, वो एक Underground नदी है.

Source: Topyaps