Talented Childs Who Are Making India Proud: बचपन में कुछ बच्चे पढ़ने में तेज़ होते हैं तो कुछ खेलने में. फ़ील्ड चाहे जो भी हो टैलेंटेड बच्चों को हर कोई याद रखता है और उनकी जमकर तारीफ़ करता है. इन्हें देख लोग सोच में पड़ जाते हैं कि कैसे इत्ती छोटी सी उम्र में ये इतने बुद्धिमान और प्रतिभाशाली हैं.
चलिए आज मिलते हैं कुछ ऐसे ही टैलेंटेड बच्चों से जो देश और दुनिया में भारत का नाम रौशन कर रहे हैं…
Talented Childs of India
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1. वेंकट रमन पटनायक (Venkat Raman Patnaik)
सिर्फ़ 7 साल की ही उम्र में वेंकट रमन ने Microsoft Technology Associate Examination को क्लीयर कर सुर्खियां बटोर ली थी. ये जीनियस बच्चा ओडिशा का रहने वाला है और जब इसने ये परीक्षा पास की थी तब वो तीसरी कक्षा में पढ़ रहा था.
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2. रमेशबाबू प्रज्ञानानंद (Rameshbabu Praggnanandhaa)
रमेशबाबू प्रज्ञानानंद एक भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर हैं. इन्होंने 10 साल की उम्र में ही World Youth Chess Championships जीत ली थी. 12 साल की उम्र में ही इन्होंने ग्रैंड मास्टर का दर्जा हासिल कर लिया था.
3. सानवी (Saanvi)
कुकिंग में चैंपियन हैं सानवी. इन्होंने 10 साल की उम्र में एक घंटे से भी कम समय में 33 से अधिक स्वादिष्ट व्यंजन बनाने का रिकॉर्ड बनाया है. उनका ये रिकॉर्ड Asia Book of Records में दर्ज है. 1 घंटे में 46 व्यंजन बनाने का रिकॉर्ड भी इनके नाम है.
4. प्रेशा खेमानी (Presha Khemani)
उज्जैन की रहने वाली प्रेशा खेमानी ने 5 साल की उम्र में बहुत बड़ा रिकॉर्ड बनाया था. इन्होंने 4 मिनट 17 सेकेंड के अंदर 150 देशों के झंडों की सही-सही पहचान करके उनकी राजधानी बताने का रिकॉर्ड बनाया था. इसके लिए इन्हें World Records India Book का पुरस्कार भी मिला था.
5. पी. संजना (P. Sanjana)
ग़ज़ब की तीरअंदाज हैं संजना. इन्होंने 5 साल की उम्र में उलटे लटकते हुए 13 मिनट 12 सेकंड में 111 तीर निशाने पर लगाए थे. चेन्नई की रहने वाली संजना का ये रिकॉर्ड Guinness World Record में दर्ज है.
6. प्रियांशी सोमानी (Priyanshi Somani)
इन्हें सूरत की ह्यूमन कैलकुलेटर के रूप में जाना जाता है. प्रियांशी बचपन से ही मैथ्स में माहिर थीं. इन्होंने 6 साल की उम्र में ही कई Abacus और Mental Arithmetic प्रतियोगिताओं में राष्ट्रीय खिताब जीते थे.
7. अभिजिता गुप्ता (Abhijita Gupta)
इंटरनेशनल बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स ने अभिजिता गुप्ता को दुनिया की सबसे कम उम्र की लेखिका का नाम तब दिया जब वो सिर्फ़ 7 साल की थीं. The Asia Book of Records ने इन्हें Grandmaster of Writing की उपाधि से सम्मानित किया है. इन्होंने Happy All Around नाम की बुक में कई कविताएं भी लिखी हैं.
8. लिसिप्रिया कंगुजम (Licypriya Kangujam)
लिसिप्रिया कंगुजम जलवायु परिवर्तन के ख़िलाफ लड़ाई लड़ रही हैं. ग्लोबल वार्मिंग, प्रदूषण जैसी समस्याओं का समाधान करने के लिए नया क़ानून बनाने की मांग कर रही है. उन्हें इंडिया की ग्रेटा थनबर्ग भी कहा जाता है. United Nations Climate Change Conference 2019 में इन्होंने इस संदर्भ में विश्व के नेताओं से बातचीत भी की थी. इन्हें World Children’s Peace Prize, Rising Star of the Earth Day Network, Global Child Prodigy Award जैसे कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं.
देश की शान हैं ये बच्चें, इन्हें देख दूसरे बच्चों को भी कुछ करने की प्रेरणा मिलती है.