14 नवंबर यानि चिल्ड्रेंस डे उस दिन आपने अपने बच्चे को गिफ़्ट दिया होगा. किसी ने बैग तो किसी ने जूते या फिर आर्ट एंड क्राफ़्ट का सामान. मगर तेलंगाना के रचकोंडा की पुलिस ने बच्चों को एक बहुत ही ख़ास तोहफ़ा दिया है, जो उनकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखेगा.
Telangana State Police children’s day (Nov 14 th) gift
— Medipally Police Station (@MedipallyPS) November 13, 2019
Medipally PS is the first in the state to have an exclusive child-friendly room.The concept is to reform the juvenile delinquents and children accompanying their parents to the PS
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दरअसल, बचपन बचाओ आंदोलन (BBA) के तहत तेलंगाना पुलिस ने एक ‘चाइल्ड फ़्रेंडली पुलिस स्टेशन’ का निर्माण किया. इस पुलिस स्टेशन का उद्घाटन 7 साल के डी ईशान ने किया है. ईशान को लाइफ़टाइम डिज़ीज़ है. ईशान को बड़े होकर पुलिस कमिश्नर बनना था, यही वजह है कि उससे यहां का उद्घाटन कराया गया.
रचकोंडा पुलिस ने इस नेक काम में अपनी भागीदारी दी. उन्होंने इसके बारे में बताया,
इस पुलिस स्टेशन को बच्चों को ध्यान में रखकर बनाया गया है. यहां का माहौल चाइल्ड फ़्रेंडली ताकि बच्चे हमसे खुलकर बात कर सकें, जिससे वो बुरे व्यवहार और प्रताड़नाओं से दूर रह सकें.
साथ ही बताया कि,
‘ऑपरेशन स्माइल’ और ‘ऑपरेशन मुस्कान’ के तहत 2017 से अबतक रचकोंडा पुलिस ने कुल 1,884 बच्चों को बचाया है.
बचपन बचाओ आंदोलन के सीईओ समीर माथुर ने कहा,
तेलंगाना पुलिस डिपार्टमेंट की ये कोशिश की हम सरहाना करते हैं. इस पुलिस स्टेशन के ज़रिए बच्चे न्याय की सही परिभाषा को समझ पाएंगे.
इस प्रोग्राम के मुख्य अतिथि आईपीएस महेश भगत के साथ-साथ ‘बचपन बचाओ आंदोलन’ के संस्थापक नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी और 200 स्टूडेंट भी मौजूद थे.
आपको बता दें, कि National Crime Records Bureau (NCRB) के डेटा के अनुसार, 2016-17 के POCSO के अंतर्गत आने वाले अपराधों की संख्या में 43% की बढ़ोत्तरी हुई है.
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