2012 में आई आमिर खान की सस्पेंस थ्रिलर फ़िल्म ‘तलाश’ कई लोगों की उम्मीदों पर भले ही खरी न उतरी हो लेकिन इस फ़िल्म में मृतआत्माओं के कॉन्सेप्ट और आत्माओं से बातचीत करने वाले Clairvoyants के अनुभवों को जिस तरीके से दिखाया गया था, उससे लोग ये सोचने को ज़रूर मजबूर हुए थे कि क्या वाकई दुनिया में अच्छी और बुरी आत्माएं भटकती रहती हैं? दावे के साथ तो कुछ भी कहना मुश्किल है लेकिन एक ऐसी ही घटना दशकों पहले अमेरिका में हो चुकी है.
हॉलीवुड की चर्चित फ़िल्म ‘The Conjuring’ के चौथे पार्ट ने सिनेमाघरों में दस्तक दी है. डरावनी फ़िल्मों में दिलचस्पी लेने वाले लोगों के लिए ये फ़िल्म सीरीज़ बेहद रोमांचक है. इस फ्रेंचाइज़ी की चौथी फ़िल्म एक गुड़िया ‘Annabelle’ पर आधारित है. लेकिन ये डॉल केवल फ़िल्मी दुनिया में ही नहीं बल्कि असल ज़िंदगी में भी लोगों की ज़िंदगियों में डर भर चुकी है.
ये डॉल आज अमेरिका के Occult विशेषज्ञ दंपति Ed और लॉरेन के म्यूज़ियम में मौजूद है. लेकिन आज से करीब चार दशक पहले इस गुड़िया ने अपने आतंक से कई लोगों की ज़िंदगी में सिहरन पैदा कर दी थी. देखने में भले ही ये डॉल, फ़िल्म की डॉल से अलग दिखती है, लेकिन इसकी कहानी फ़िल्म की कहानी से ज़्यादा भयानक है.
Annabelle की ये डरावनी कहानी 1970 में शुरू होती है, जब एक महिला ने अपनी बेटी डोना के जन्मदिन के लिए इस डॉल को खरीदा था. डोना इस डॉल को अपने फ़्लैट ले गई. इस फ़्लैट में वो अपनी दोस्त Angie के साथ रहती थी. फ़्लैट में कदम रखते ही डोना ने इस गुड़िया में कुछ अजीबोगरीब हलचल नोटिस की थी.
इसके बाद ऐसी भी घटनाएं हुई, जहां इस डॉल को डोना के बेड पर बैठाया गया, लेकिन वो Angie के कमरे के बाहर बैठी मिलीं थी. ये केवल शुरूआत भर थी और इस डॉल का आतंक अभी सामने आना था.
डोना का एक दोस्त लॉउ इस गुड़िया के आस-पास बेहद नर्वस हो जाता था. इस डॉल को देखकर उसे लगता था कि इस डॉल पर किसी आत्मा ने कब्ज़ा जमाया हुआ है. लेकिन डोना और Angie उसकी बातों को टाल दिया करते थे. कुछ दिन बाद फ़्लैट के आस-पास एक बच्चे की राइटिंग में ‘हमें बचा लो’ और ‘लॉउ को बचा लो’ जैसे नोट्स पाए जाने लगे.
डोना एक बार जब ऑफ़िस से घर पहुंची तो उसने पाया कि गुड़िया के हाथ ‘खून’ से सने हुए थे. Annabelle यूं तो अपने बेड पर बैठी हुई थी, लेकिन उसके हाथों पर लाल रंग लगा हुआ था. जब इस अपार्टमेंट का इतिहास खंगाला गया, तो पता चला कि अपार्टमेंट बनने से पहले ये जगह एक खाली मैदान थी. यहां कई साल पहले एक 7 साल की बच्ची Annabelle Higgins की लाश पाई गई थी. जब इस डॉल को अपार्टमेंट में लाया गया था, उस समय Annabelle की आत्मा इसी क्षेत्र में थी. माना जाता है कि Annabelle इस डॉल की मुरीद हो गई और उसने इसके बेजान शरीर पर कब्जा कर लिया.
इस फ़्लैट में अब अजीबोगरीब घटनाएं बढ़ रही थीं. एक रात लॉउ एक बेहद बुरे सपने से उठा और उसे घबराहट महसूस होने लगी. उसने आस-पास देखा तो पाया कि वो डॉल धीरे-धीरे उसकी तरफ़ बढ़ रही थी और अचानक सामने आकर उसका गला दबाने लगी. लॉउ अपने Senses खो चुका था और सुबह जब वो उठा तो उसे पता नहीं था कि जो भी उसके साथ हुआ वो सपना था या हक़ीक़त.
इसके कुछ दिनों बाद लॉउ ने देखा कि Annabelle कुर्सी पर बैठी है, लेकिन वो आमतौर पर उसे वहां नहीं रखा जाता था. जैसे ही Lou गुड़िया की तरफ़ बढ़ा, उसे ऐसा महसूस हुआ कि कोई उसके पीछे है. जब तक वो संभल पाता उसके पीठ पर कोई नाखूनों से वार कर चुका था. ऐसा लगा कि किसी ने उसकी पीठ पर कई बार हमले किए हों. लॉउ की पीठ पर सात निशान थे. हैरानी की बात थी कि ये सभी निशान दो दिनों में अपने आप ही गायब हो गए.
सभी इस घटना से बेहद घबरा गए. उन्होंने इस मामले में एक पादरी को बुलाया. पर पादरी ने डोना को सलाह दी कि इस मामले में Occult विशेषज्ञों की मदद लेनी चाहिए. डोना ने इसके बाद एक Occult विशेषज्ञ दंपति से संपर्क साधा. Ed और लॉरेन नाम के इन पति पत्नी ने बताया कि बेजान वस्तु होने के बावजूद Annabelle की आत्मा इस गुड़िया की तरफ़ आकर्षित है, इसलिए ये डॉल एक रहस्यमयी और भयानक डॉल में तब्दील हो चुकी है.
Ed ने इस अपार्टमेंट को अपने तरीकों से ‘पवित्र’ किया और ये दंपति इस गुड़िया को अपने घर ले गए और अपने म्यूज़ियम में रख दिया. कुछ दिनों बाद एक पादरी Ed के घर आया. उसने जब इस गुड़िया के बारे में सुना, तो वो इसके पास पहुंचा और कहा कि तुम किसी का कुछ नहीं बिगाड़ सकती और उसका मज़ाक बनाने लगा.
Ed को एहसास हो गया था कि पादरी को उस गुड़िया के बारे में ऐसा नहीं कहना चाहिए था. पादरी के जाने के थोड़ी देर बाद ही Ed को एक फ़ोन आया. दरअसल, दूसरी लाइन पर पादरी ही था और वो बेहद डरा हुआ था. उसने बताया कि उसकी कार के ब्रेक फेल हो गए थे और वो किसी तरह अपनी जान बचा पाया है.
Ed समझ चुका था कि मामला बेहद गंभीर है. उसने कुछ खास प्रार्थनाओं के ज़रिए इस डॉल को एक ग्लास बॉक्स में डाल दिया औऱ आज भी ये डॉल इस म्यूज़ियम में रखी हुई है लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई थी.
Ed की पत्नी लॉरेन का मानना है कि आज भी अगर इस गुड़िया का कोई मज़ाक उड़ाने की कोशिश करता है, तो ये गुड़िया उन्हें बख्शती नहीं है. इस म्यूज़ियम में पहुंचे एक शख़्स ने एक बार ऐसी हिमाकत की थी और थोड़ी ही देर बाद इस आदमी की सड़क हादसे में मौत हो गई थी. 2006 में Ed का देहांत हुआ था और उनकी पत्नी आज भी इस गुड़िया की तरफ़ नहीं देखती हैं क्योंकि वे इससे बेहद नफ़रत करती हैं.
इस गुड़िया की कहानी जो भी हो लेकिन इतना ज़रूर है कि आज भी दुनिया में कई चीज़ें हैं, जिनका रहस्य, 21वीं सदी में भी मानवों के लिए अबूझ पहेली बना हुआ है.