नौकरी, चाहिए तो सभी को, पर मिलती क़िस्मतवालों को ही है. मिलने पर भी सभी लोग उससे संतुष्ट नहीं हो पाते और नौकरियां बदलते रहते हैं. कुछ तीस मार खां तो 2-3 महीने में ही नौकरियां बदल लेते हैं. ऐसे असंतुष्टों के लिए ही है श्याम कुमार की कहानी.

2010, में श्याम कुमार ने मुंबई के Mobile Wallet स्टार्टअप कंपनी, Citrus Pay को Join किया. श्याम कंपनी में एक छोटे पद के लिए नौकरी स्वीकार कर ली.

श्याम, 10/10 के घर में रहते थे. 10 लोगों का बड़ा-सा परिवार था और प्राइवेसी के लिए पर्दों का इस्तेमाल किया जाता था. पिता के बिगड़ते तबियत ने श्याम को स्कूल छोड़ने पर मजबूर कर दिया और एक अच्छी नौकरी की तलाश में लगा दिया. इसी Struggle के दौरान 2010 में श्याम की मुलाक़ात जितेंद्र कुमार से हुई.

भारत में E-Commerce उस वक़्त बस शुरू ही हुआ था और ये बिज़नेस इतना पॉपुलर नहीं था. जितेंद्र अपनी कंपनी की पैठ जमाने की कोशिश में लगे थे. श्याम ने जितेंद्र की कंपनी में 8000 के वेतन पर Peon की नौकरी स्वीकार की. उस वक़्त कंपनी में 50 से भी कम कर्मचारी थे.

5 साल बाद कंपनी में Sequoia Capital, Ascent Capital, eContext Asia और Beenos Asia जैसी कंपनियों ने निवेश किया.

2016 में श्याम की किस्मत पलटी जब PayU ने Citrus Pay को 130 मिलियन डॉलर में ख़रीद लिय. कंपनी की क़िस्मत पलटी और श्याम की भी. श्याम के स्टॉक्स की क़ीमत 50 लाख हो गई.

कंपनी के मालिक ने श्याम को ख़ुद ये ख़बर दी. श्याम को इस बात पर तब तक यक़ीन नहीं हुआ जब तक उनके अकाउंट में 50 लाख रुपये न आ गये.

आज श्याम झुग्गी से निकलर, 1 BHK फ़्लैट में रहते हैं. वे अपना घर बनाना चाहते हैं और अपने दोनों बच्चों को डॉक्टर बनाना चाहते हैं और परिवार के साथ गोवा जाना चाहते हैं.

श्याम ने साबित कर दिया की ज़रा से धैर्य और कड़ी मेहनत से कुछ भी संभव है.

Source: Scoop Whoop