पिछले साल आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, इंसानों ने 1970-2018 तक करीब 60 फ़ीसदी जीव-जंतुओं को ख़त्म कर दिया है. मतलब कि इंसान प्रकृति को तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. भारतीय वन संपदा को भी हम नुकसान पहुंचा रहे हैं. आइए आपको बताते हैं कि उन्हें हम किस तरह से नुकसान पहुंचाने का काम कर रहे हैं.

1. वनों की कटाई 

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लगातार बढ़ते शहरीकरण के चलते वनों की कटाई अधिक होने लगी है. एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 3 सालों में(2015-18) हमने करीब 20,0000 हेक्टेयर वनों की कटाई कर दी है. क्षेत्रफल के हिसाब से ये एरिया लगभग कोलकाता के क्षेत्रफल के बराबर होगा. 

2. अवैध शिकार 

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हाथी दांत, जानवरों की खाल, उनके फर आदि के लिए वन्य जीवों का अवैध शिकार किया जाता है. बाघ, हाथी और गैंडा कुछ ऐसी प्रजातियां हैं, जिनका शिकार होने के चलते उन पर विलुप्त होने का ख़तरा मंडरा रहा है. 

3. Habitat Loss

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खनिज पदार्थों के लिए किए जाने वाले बेतहाशा खनन भी वन्य जीवों के विलुप्त होने और पारिस्थितिक तंत्र के असंतुलित होने का प्रमुख कारण है.

4. शिकार 

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आम लोग भी अपनी भोजन, मनोरंजन आदि के लिए जंगली जानवरों का शिकार करते हैं. इसके कारण भी वन्य जीवों की संख्या लगातार घटती ही जा रही है. 

5. Electric Fence

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आजकल फसल आदि को जानवरों से बचाने के लिए लोग Electric Fence लगाने लगे हैं. हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस वजह से पिछले साल करीब 92 जंगली जानवरों की जान चली गई थी.

6. प्लास्टिक

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जंगलों तक भी प्लास्टिक पहुंच गया है. पर्यटक यहां घूमने आते हैं और अपने पीछे कचरे का ढेर छोड़ जाते हैं. इनके चलते भी वन्य जीवों की जान जा रही है. इसी साल की शुरुआत में चेन्नई के एक नेशनल पार्क में प्लास्टिक का कचरा खाने के चलते 9 हिरणों की मौत हो गई थी. 

7. रेल और हाइवे पर जानवरों के साथ हुई दुर्घटनाएं  

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देश के कई रेल और सड़क मार्ग जंगलों से होकर गुज़रते हैं. जंगली जानवर अकसर इनकी चपेट में आ जाते हैं और मारे जाते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 3 सालों में करीब 3200 जानवरों की जान रेल से टकराने के कारण हो गई. इसमें हाथियों की संख्या 60 थी. 

8. Dogs

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जंगली और स्ट्रीट डॉग्स की कई प्रजातियां वाइल्ड लाइफ़ को ख़तरा पहुंचा रही हैं. इनके काटने से या तो वो मर जाते हैं या फिर उन्हें कोई बीमारी लग जाती है.  

9. Urban Wildlife

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बहुत से जंगली जानवर अब खाने आदि की तलाश में गांव-शहरों की तरफ आने लगे हैं. इसलिए कई बार इंसानों द्वारा मार दिया जाता है. मानव और जंगली जानवरों के बीच संघर्ष की ख़बरें अकसर आती रहती हैं. 

10. Dumping Ground

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देश के अधिकतर डंपिंग ग्राउंड जंगलों के आस-पास बने हैं जैसे मुंबई का देवनार कचरा डंपिंग ग्राउंड, अमस का बोरागांव आदि. इनके चलते जंगली जानवरों पर ख़तरा मंडरा रहा है.

अब कारण तो हमें पता ही चल गए हैं, तो समाधान भी हमें ही करना होगा. है कि नहीं?