कुछ भी Perfect नहीं होता. हमारी So-Called Modern Society भी Perfect नहीं है. बहुत सी चीज़ें ऐसी हैं जो हमें कभी भी Perfect नहीं बनने देंगी. इन समस्याओं के बारे में हम जानते हैं, उनका हल भी जानते हैं, पर समस्याओं के हल की तरफ़ एक भी कदम नहीं बढ़ाते.
Argentina के Illustrator Al Margen ने सिर्फ़ कुछ Drawings से हमारे समाज की समस्याओं को बख़ूबी पेश किया है. कुछ Illustrations तो हमें अंदर तक झकझोर देते हैं और बहुत कुछ सोचने पर मजबूर कर देते हैं.
आप भी देखिए वो Drawings और सोचिए कि आख़िर Modern बनने की इस होड़ में हम इंसान भी रहे या नहीं-
1) कॉलेज डिग्री के नाम पर सिर्फ़ रटा-रटाया ज्ञान परोसते हैं.
ADVERTISEMENT

2) मीडिया बहुत से लोगों की सोचने-समझने की शक्ति ख़त्म कर देता है.

3) लोगों को दिखाने के लिए हम कुछ भी करते हैं.

4) बच्चे मां-बाप के झगड़ों के बीच बड़े होने के लिए मजबूर हैं.

5) लोगों के सीने में नफ़रतों ने जगह बना ली है, प्यार कम हो गया है.

6) वज़न घटाने के लिए महिलाएं किसी भी हद को पार करने लगी हैं.
ADVERTISEMENT

7) लोग काम में इतने मशगूल हो गए हैं कि ज़िन्दगी जीना ही भूल गए हैं.

8) माता-पिता हर बच्चे पर ज़रूरत से ज़्यादा Pressure डालते हैं.

9) लोगों का मक़सद फ़ोटो खिंचवाना ही रह गया है, असल समस्या पर कम ही लोग ध्यान देते हैं.

10) पैसों के लिए लोग कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं.

11) लोग पैसे के लिए अपना ज़मीर तक बेचने लगे हैं.
ADVERTISEMENT

12) नई इमारतें इतिहास के मक़बरों पर खड़ी की जा रही हैं.

13) हर आदमी में दिखते हैं 10-20 आदमी, जिसको भी देखना, कई बार देखना.

14) लोग अंदर से खुश न भी हों, फिर भी ख़ुशी का मुखौटा पहनकर रखते हैं.

15) लोग अपना दिमाग़ नहीं लगाते, जहां भीड़ जाती है वहीं चल देते हैं.

16) समझ ही नहीं आता कि इस दुनिया में हो क्या रहा है?
ADVERTISEMENT

17) लोग ख़ुद नहीं सोचते, जो Feed कर दिया जाता है वही रटते रहते हैं.

18) न्याय और पुलिस तो अपराधियों की दोनों जेबें बन गए हैं.

19) अब परिंदों से ज़्यादा इंसानों को क़ैद किया जाता है.

20) इंसानों की पहचान वही रह गई है जो लोग उनके बारे में सोचते हैं.

21) लोगों ने अपनी सोचने-समझने की शक्ति पर ताला लगा लिया है.
ADVERTISEMENT

22) लोगों का वक़्त सिर्फ़ काम और फ़ोन में ही बीतता है.

23) माता-पिता पैसे के लिए लड़ते हैं और बच्चों को अपनेआप ही बड़ा होना पड़ता है.

24) इंसानों को इंसानों की धरती पर ही रहने की जगह नहीं मिलती.

25) निर्दोषों को सज़ा और दोषी आज़ाद घूमते हैं.

26) आज़ाद होकर भी क़ैद में रहते हैं हम.
ADVERTISEMENT

27) बच्चे किताबों से ज़्यादा Screen में घुसे रहते हैं.

28) सबको सिर्फ़ अपनी पड़ी है, कोई दूसरों के बारे में नहीं सोचता.

29) नशे के बिना बहुत कम लोग ही जीवनयापन करते हैं.

30) लोग असल ज़िन्दगी से ज़्यादा, सोशल मीडिया में जीते हैं.

31) ज़रूरतमंदों की सहायता कम ही होती है.
ADVERTISEMENT

32) आज़ाद ख़यालों को उड़ने नहीं देते लोग.

33) साथ हैं, पर साथ नहीं हैं बहुत से लोग.

34) कुछ लोगों की ज़िन्दगी तारीख़ गिनते-गिनते ही बीतती है.

35) काम कोई करता है और नाम किसी और का होता है.

36) बहुत सी चीज़ों को Manage करने के चक्कर में, Life Simple नहीं रहती.
ADVERTISEMENT

37) Perfect बनने के चक्कर में किसी भी हद तक चले जाते हैं लोग.

38) अपने हक़ के लिए जब लोग खड़े होते हैं तो उन्हें कुचल दिया जाता है.

39) कुछ सवाल, सवाल ही रह जाते हैं

40) किताबों पर अब बहुत कम लोग ही ध्यान देते हैं.

41) आजकल प्यार तो खेल ही हो गया है, कुछ लोगों के लिए.
ADVERTISEMENT

42) लोगों को प्यार से ज़्यादा सेक्स चाहिए.

43) धर्म के नाम पर खिलवाड़ ज़्यादा होने लगे हैं.

44) Surrogacy पैसे कमाने का अच्छा ज़रिया हो गई है.

45) किसने सोचा था कि कॉलेज डिग्री सिर्फ़ नाम के लिए ही है

46) लोग मजबूरी में Alcoholic हो जाते हैं.
ADVERTISEMENT

47) नशे की आदत ने लोगों की Creativity ख़त्म कर दी है.

48) ऊंचे-ऊंचे मकानों में रहने वालों को अकेलापन खा जाता है.

49) ये आज की ज़रूरत है कि लोग अपनी यादों को मिटाएं और ज़िन्दगी की एहमियत को समझें.

50) लोगों की ज़िन्दगी लाइक और अनलाइक में ही समाकर रह गई है.

51) भ्रष्टाचार ने भी कुछ यूं ही वश में कर लिया है इंसानों को.
ADVERTISEMENT

52) जो कल में ही जीते हैं उनके साथ कुछ ऐसा ही होता है.

53) सेना अपनी जान की बाज़ी लगाती है, पर उन्हें हुक्म देने वाले आराम से रहते हैं.

54) प्रदूषण का स्तर बहुत ज़्यादा बढ़ गया है.

Source: Bored Panda