दिल्ली के जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन के बाहर कुछ दिनों पहले एक ई-रिक्शा ड्राईवर, रविन्द्र कुमार की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों के गुस्से का शिकार इसीलिए बन गए, क्योंकि ई-रिक्शा चालक ने उन्हें खुले में पेशाब करने से रोका था. इस घटना से प्रधानमंत्री मोदी भी विचलित हो गए और मृतक के परिवार को 1 लाख रुपये का मुआवज़ा देने की भी घोषणा की.
अच्छा करने जाओ तो सब कुछ अच्छा हो, ये ज़रूरी नहीं. रविन्द्र ने सिर्फ़ अपने देश को स्वच्छ रखने की एक कोशिश की थी, इसका खामियाज़ा उसे अपनी जान गंवाकर भुगतना पड़ा. ये पहली घटना नहीं थी जब किसी को कुछ अच्छा करने की कोशिश में अपनी ज़िन्दगी से हाथ धोना पड़ा हो. हमारे सहिष्णु देशवासियों ने किशोरावस्था के बच्चों से लेकर सेना के जवानों तक को सही का साथ देने के लिए सज़ा-ए-मौत दे दी.
1.घर के सामने शराब पीने के लिए मना करने पर कर दी गई हत्या
40 वर्षीय, हैदराबाद निवासी मनसूर को इसी साल जनवरी में कुछ लोगों ने मिलकर मार डाला. Times Of India की रिपोर्ट के मुताबिक, मनसूर ने ख़ालिद और उसके साथियों को अपने घर के सामने शराब पीने से मना किया था. ख़ालिद और साथियों ने चाकू, हसिए से मनसूर की हत्या कर दी.
2.लड़की ने घर के पास पेशाब से करने से मना किया तो उसकी गोली मार दी
2012 में दिल्ली में 17 वर्षीय यूसरा ख़ान की, एक 21 वर्षीय युवक ने गोली मारकर हत्या कर दी. The Mirror के अनुसार, यूसरा ने युवक को अपने घर के गेट पर पेशाब करने से रोका था. युवक गुस्से में चला गया, पर लौटा तो बंदूक के साथ. घटना में यूसरा की मां भी बुरी तरह घायल हो गई थी.
3. दोस्त की बहन के साथ हो रही छेड़-छाड़ को रोका और बदले में गंवाई जान
इसी साल फरवरी में 18 वर्षीय मनोज कुमार को उसके ही पड़ोसियों ने मार डाला. मनोज ने अपने दोस्त की बहन से हो रही छेड़छाड़ को रोका था.
4. अपनी दोस्तों को छेड़छाड़ से बचाने की कोशिश में मुंबई के युवक ने गंवाई जान
Keenan और Reuben को अक्टूबर 2011 में मार डाला गया था. ये दोनों अपनी दोस्तों की रक्षा कर रहे थे. 2016 में दोनों के हत्यारों को सज़ा मिली.
5. पटाखों की शिकायत करने पर हत्या
फरवरी 2017 में छित्तर राम बिवल ने अपने पड़ोसियों को पटाखे जलाने से मना किया. गुस्से में प़ड़ोसी मनीष ने राम की हत्या कर दी. HT के मुताबिक, मनीष ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया था.
6. Dancers से हो रही बद्तमीज़ी के रोकने की कोशिश में गंवाई जान
फरवरी 2017 में पश्चिम बंगाल के मोहम्मद मुश्तक़िन ने कुछ महिला Dancers के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को रोकने की कोशिश की. महाशिवरात्रि के मौके पर ये प्रोग्राम आयोजित किया गया था. गुस्साए लोगों ने मुश्तक़िन की ही हत्या कर दी.
7. शादी के मौके पर गोलियां चलाने से रोका, तो गोली मारकर, कर दी हत्या
जुलाई 2016 में पंजाब के एक गांव में सरपंच, जसविंदर सिंह के गनमैन ने 24 वर्षीय अमनिंदर सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी. अमनिंदर ने शादी में बंदूक से हवाई फायर को रोकने की कोशिश की थी.
8. स्त्री को भद्दी बातें कहने से रोका और जान से धोए हाथ
2013 में पुणे के 40 वर्षीय देवा खांडेकर की कुछ लोगों ने हत्या कर दी. देवा ने उन लोगों को एक स्त्री से छेड़-छाड़ करने से रोका था. ये बात छेड़खानी करने वालों को अखर गई.
9. ग़ैरकानूनी ढंग से शराब बेचने को गलत बताने पर हत्या
नवंबर 2016 में बियंत सिंह की कुछ लोगों ने हत्या कर दी. बियंत ने एक ठेके पर ग़ैरकानूनी ढंग से बिक रही शराब के खिलाफ़ आवाज़ उठाई थी.
10. स्कूल की छात्राओं के साथ हो रही छेड़-छाड़ को रोकने पर शिक्षक की हत्या
2010 में छत्तीसगढ़ में एक शिक्षक, माखन वर्मा की हत्या कर दी गई. शिक्षक ने अपने स्कूल की छात्राओं के साथ हो रही छेड़खानी के खिलाफ़ आवाज़ उठाई थी. Deccan Herald की रिपोर्ट के अनुसार, तीन युवकों ने माखन को पीट-पीटकर मार डाला.
11. कॉलेज में छेड़-छाड़ रोकने पर युवक की हत्या
2014 में, हैदराबाद के एक प्राइवेट कॉलेज में 19 वर्षीय हर्षवर्धन की हत्या कर दी गई. हर्षवर्धन ने एक लड़की के साथ हो रही छेड़खानी को रोका था.
12. मेरठ में आर्मी जवान की हत्या
अगस्त, 2015 में मेरठ में एक आर्मी जवान को पीट-पीटकर मार डाला गया. जवान ने एक लड़की के साथ हो रहे छेड़-छाड़ के खिलाफ़ आवाज़ उठाई थी.
ये सारी घटनाएं दुखी करती हैं. बहुत से लोग गलत को रोकने की हिम्मत नहीं रखते और जो हिम्मत करते हैं उनकी मौत के घाट उतार दिया जाता है. कानून तो अपनी जगह ,है पर इंसानियत कहां जा रही है, इस पर विचार कीजिए.
Source: India Times