आम जनता देश के पुलिसवालों को लेकर क्या सोचती है, इससे हम सब अच्छी तरह से वाकिफ़ हैं. लेकिन कहते हैं न दुनिया का हर शख़्स एक सा नहीं होता, कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनके लिए काम और इंसानियत से बढ़कर कोई धर्म नहीं होता. आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही पुलिसवालों के बारे में, जिन्होंने ज़रूरतमंदों की मदद कर न सिर्फ़ अपने कर्तव्य का पालन किया, बल्कि इंसानियत की मिसाल भी कायम की.

साल की शुरुआत में ही मुंबई से एक बुरी ख़बर सामने आई. दरअसल, बीते गुरुवार को कमला मिल्स कॉम्प्लेक्स के रूफ़टॉप पर बने एक पब में आग लगने से करीब 14 लोगों ने दम तोड़ दिया. 

हालांकि, इस भयानक हादसे के बीच मुंबई पुलिस के कांस्‍टेबल सुदर्शन शिवाजी शिंदे ने 8 लोगों की ज़िंदगी बचाई और 200 लोगों को मौत के मुंह के बाहर निकाल लिया. इस जांबाज़ कॉन्स्टेबल ने जिस तरह भंयकर आग में कूद, अपनी जान पर खेल कर तमाम लोगों की ज़िंदगियां बचाई, वो काबिले-तारीफ़ है.

2. Martin Willis

ऐसे से ही लोगों में से एक हैं लंदन पुलिस में तैनात Martin Willis, जिन्हें किसी ने West Yorkshire के हाईवे नंबर A1 पर एक्सीडेंट की सूचना दी.

एक्सीडेंट की सूचना मिलते ही Martin घटना स्थल की तरफ़ चल पड़े. वहां पहुंच कर Martin ने देखा कि एक वैन दुर्घटना के कारण पुल से लटक गयी. इस दुर्घटना में वैन के साथ-साथ ड्राइवर भी पुल की एक तरफ़ फंस गया, जिसे बचाने की ज़िम्मेदारी Martin के कन्धों पर आ गई. 2 घंटे तक चले इस बचाव अभियान में वैन को खींचने के बाद ड्राइवर को बचा लिया गया.

3. जम्मू-कश्मीर पुलिस

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक ऐसा काम किया है, जिससे जनता और प्रशासन के सम्बंधों में ज़्यादा नहीं, तो थोड़ी बहुत नरमी ज़रूर आएगी. 

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उदय फ़ाउंडेशन से हाथ मिला कर, इस रमज़ान में गरीब और ज़रूरतमंदों में को बुनियादी चीज़ें बांटी .पुलिस ने लाल बाज़ार में कुष्ठ रोगियों और अनाथालयों में बच्चों को कपड़े बांटे. पुलिस के इस कदम की लोग ने काफ़ी सराहना भी की.

4. ट्रैफ़िक पुलिसवाला

दिल्ली के पश्चिम विहार में तैनात एक ट्रैफ़िक पुलिसवाले ने लोगों का दिल उस वक़्त जीत लिया, जब भारी वर्षा में भी वो अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटा और लगातार भीगते हुए भी ड्यूटी करता रहा. 

सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे एक ट्रैफ़िक पुलिसवाला भारी बारिश में खड़ा होकर ट्रैफ़िक क्लियर करवा रहा है और गाड़ी का ढलान पर ब्रेक डाउन हो गया, तो उसके धक्का मारकर आगे की तरफ़ बढ़ाया. जिससे सड़क पर सफ़र कर रहे लोगों को दिक्कत भी न हो और गाड़ी में बैठे लोग भी बच जाएं.

5. भारत भूषण तिवारी

सोनभद्र ज़िले के शक्तिनगर थाना के इंचार्ज भारत भूषण तिवारी ने 9 साल के शिवा से वादा किया था कि वो पैसा इकट्ठा करके उसके पैर लगवाएंगे.

अपना वादा निभाते हुए उन्होंने एक साल के अंदर एक लाख रुपये जमा कर, शिवा को कृत्रिम पैर लगवा उसे एक बार फिर से अपने पैरों पर चलने का मौका दिया. 4 साल की उम्र में मां के साथ रेलवे ट्रैक पार करते वक़्त हादसे में शिवा ने अपने दोनों पैर खो दिए थे.

6. मुरारी लाल

दिल्ली के बदरपुर-मेहरौली स्थित प्रह्लादपुर पुल के पास अचानक जलभराव होने के कारण स्थिति भयावह हो गई थी. अंडरपास के नीचे भरे पानी में स्कूल बस ख़राब हो गई. 

इस बस में कुल 70 स्कूली छात्र बैठे हुए थे. ऐसे में बस पर दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल मुरारी लाल की नज़र पड़ी. बिना किसी हिचकिचाहट के वो भरे हुए पानी में कूद गए और बच्चों को अपनी सूझबूझ से बचा लिया.

7. Lieutenant Sayed Basam Pacha

ऐसा ही एक जाबांज़ अफ़गानिस्तान में भी है. अफ़गान पुलिस के Lieutenant Sayed Basam Pacha ने सुसाइड बॉम्बर को गले लगाकर कई मासूम ज़िन्दगियां बचा लीं. 

ऐसा करने से पहले उन्होंने एक बार भी नहीं सोचा. इस विस्फोट में Sayed के अलावा 6 आम नागरिक, 7 पुलिस वाले भी मारे गए और 7 पुलिसवाले, 11 आम नागरिक ज़ख्मी भी हो गए. अगर Sayed ये कदम नहीं उठाते, तो शायद मरने वालों की तादाद और ज़्यादा हो सकती थी.

8. दिल्ली पुलिस

साल 2016 में नोटबंदी का वो दृश्य तो याद ही होगा आपको, जब नए नोटों के लिए लोग घंटों एटीएम और बैंकों के बाहर लाइन लगा कर खड़े हुए थे. 

ऐसे में दिल्ली के इन पुलिसवालों ने लोगों को चाय, पानी पिला कर न सिर्फ़ उनका मन हल्का किया, बल्कि खुले पैसे बांट उनकी मदद भी की.

9. दिल्ली पुलिस

हाल ही में दिल्ली पुलिस की एक तस्वीर वायरल हुई. तस्वीर में एक महिला पुलिस वैन में बैठी नज़र आ रही है और दो पुलिसकर्मी बाहर खड़े दिख रहे हैं. 

दरअसल, ये महिला इंडिया गेट पर घूमने गई हुई थी और इस दौरान बच्चे को दूध पिलाने के लिए वो यहां-वहां कोई सुरक्षित जगह तलाश रही थी. इसके बाद महिला ने दिल्ली पुलिस से मदद मागंते हुए, उनसे पुलिस वैन में बैठकर बच्चे को दूध पिलाने की इजाज़त मांगी. वहीं पुलिसवाले बिना देर किए, महिला की मदद के लिए तैयार हो गए.

10. Ake Ravi Krishna

आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में सुपरिन्टेन्डेन्ट ऑफ़ पुलिस के पद पर तैनात Ake Ravi Krishna राज्यभर में किसी सुपरस्टार से कम नहीं है. 

Ake Ravi Krishna ने Kapatrala में एक ऐसे गांव को गोद लिया, जो लूटमार के साथ-साथ कत्ल का अड्डा माना जाता था. उन्होंने इस गांव को गोद लेकर यहां के लोगों को सुरक्षा की बारीकी सिखाने के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करना शुरू किया. इसके अलावा Ake Ravi Krishna एक और भी वजह से लोगों के चहेते बने हुए हैं, मरने के बाद नेत्र दान करने के लिए लोगों को प्रेरित करता हुआ उनके द्वारा गाया गाना.

ऐसे महान और हिम्मत वाले पुलिसवालों को हमारी तरफ़ से सलाम!