जहां एक तरफ़ पहला प्यार हमें दुनिया का सबसे ख़ूबसूरत एहसास देता है. वहीं पहली बार दिल टूटना भी हमको बहुत सी बातें सिखा कर जाता है. 

जब मेरा पहला ब्रेकअप हुआ था उस समय मुझे लगा कि इससे ज़्यादा दर्द शायद मैंने अपने जीवन में कभी महसूस नहीं किया है. इससे ज़्यादा मेरे साथ और क्या ही बुरा होगा. ऐसा लग रहा था कि जैसे इसके बाद ज़िंदगी ख़त्म. मानों कभी ख़ुश नहीं हो पाउंगी. 

मगर जैसे-जैसे समय बीतता गया मैंने बहुत सी बातें समझीं, जानीं और सीखीं. अब मैं पीछे मुड़ कर देखती हूं तो एहसास होता है कि हर जो चीज़ हमें कहीं न कहीं तोड़ती है, वो हमें हमेशा मज़बूत बनाती है. 

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मेरे हिसाब से मेरे पहले ब्रेकअप ने मुझे काफ़ी ज़रूरी बातें सिखाईं, जो कई रूपों में मुझे आज मदद कर रही हैं और उसने मुझे वो इंसान बनने में मदद की है, जो मैं आज हूं.   

1. मैंने जाना सीमाएं कितनी ज़रूरी हैं. 

ये एक बेहद बड़ी सीख है, जो मैंने तब सीखी थी. हमारी सीमाएं इस बात का फ़ैसला करती हैं कि लोग हमारे साथ कैसा व्यवहार करते हैं, हम कैसे लोगों को अपने जीवन में आने की अनुमति देते हैं. हम अपने जीवन में लोगों की सीमाएं जितनी सोच समझकर तय करेंगे, उसी मुताबिक़ हमारा जीवन सुलझा और हमारे अनुकूल होगा.   

2. लोग आते हैं और चले जाते हैं और जीवन किसी के लिए नहीं रुकता

ब्रेकअप होने के बाद मुझे लगा कि अब मैं किसके पास जाऊं क्योंकि एक लम्बे वक़्त तक किसी के साथ समय बिताने पर आपको इन्सान की आदत हो जाती है और आप अपनी दुनिया उनसे हट कर सोच नहीं पाते हैं. मगर भरोसा करिए ऐसा नहीं है. शुरू में बेशक़ बहुत अजीब सा लगता है मगर यकीन करिए ज़िन्दगी किसी के लिए नहीं रुकती है. लोग आते हैं और वक़्त के साथ हम उनके बिना रहना सीख लेते हैं. 

3. हमें ख़ुद से प्यार करना सिखाता है 

हम हमेशा दूसरों की नज़र से ख़ुद को प्रेम करना सीखते हैं. मगर जब वो व्यक्ति ही न रहे तो आप को ख़ुद से प्रेम भी नहीं कर पाते. और किसी रिश्ते से बाहर आने के बाद कई बार आप सबसे ज़रूरी चीज़ जो सीखते हैं वो यही है कि ख़ुद से कैसे प्रेम किया जाए. और इससे ख़ूबसूरत कुछ नहीं हो सकता है, क्योंकि किसी और को प्यार करने से पहले ज़रूरी है कि हम ख़ुद से प्यार कर पाएं. जब ख़ुद से ही प्यार नहीं कर पाएंगे तो दूसरे से कैसे करेंगे!

4. इसने मुझे भावनाओं कि क़द्र करना सिखाया 

वो कहते हैं न जब तक आप कोई चीज़ ख़ुद न महसूस कर लो आपको उसकी गंभीरता का एहसास नहीं होता. तो मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. जब मुझे बुरा लगा, दिल टूटा तो एहसास हुआ कि ये भावनाएं हमारे जीवन में कितनी महत्वपूर्ण और नाज़ुक क़िरदार निभाती हैं. आपकी छोटी से छोटी बात किसी के मन में कितना गहरा प्रभाव छोड़ सकती हैं. इसलिए बेहद ज़रूरी है कि हमेशा विनम्र रहें और अपनी बातों और व्यवहार के प्रति थोड़ा सजग रहें. 

5. हम जिससे भी प्यार करते हैं वो हमेशा के लिए नहीं होता है 

कोई बात नहीं अगर वो मेरे साथ अब नहीं है. मुझे लगता है हमें समझने की ज़रूरत है कि जो हम चाहते हैं हमें हमेशा वैसा मिले ज़रूरी नहीं है. ज़रूरी नहीं कि आपने आज उससे प्यार किया तो वो हमेशा रहे. प्यार कि परिभाषा उम्र भर बदलती है. तो ऐसे में अपना दिल छोटा न करें. 

6. भले ही दिल कितनी बार टूटे मगर दिल कभी मत छोटा कीजिएगा 

बहुत लम्बे वक़्त तक मुझे ये लगता रहा कि अब मैं दोबारा किसी से प्यार नहीं करूंगी या कर पाउंगी. या मैं हमेशा ग़लत रिश्ते में ही आकर रह जाऊंगी जिसके लम्बे वक़्त तक मैंने प्यार को कहीं नीचे दबा दिया था. मगर मैं ग़लत थी आज मैं एक बेहद ही ख़ूबसूरत रिश्ते में हूं. मैं एक बार फिर से किसी से दिल खोल कर प्यार कर रही हूं. क्योंकि कल का सोच कर या आने वाले दुःख के बारे में सोच कर हम आज जीना थोड़ी न छोड़ सकते हैं. 

हमें लगता है कि प्रेम हमें कमज़ोर बनाता है, लेकिन प्रेम हमें कमज़ोर नहीं बनाता, वो एक ऐसी जगह है जहां आप वल्नरेबल होते हैं. यानी अपनी ऐसी सारी बातों और व्यवहारों के साथ होना, जो आप आमतौर पर दुनिया में किसी के साथ साझा नहीं करते. और इससे खूबसूरत क्या हो सकता है कि आप एक ऐसी जगह में हो सकें. अक्सर हम प्रेम के बारे में सुनते हैं कि प्रेम बेहद सहज, सुंदर और सरल है, लेकिन जिंदगी हमें सिखाती है कि प्रेम में हमें बहुत कुछ सीखना होता है, ग्रो करना होता है और वो हम अनुभवों के साथ करते भी हैं. इसलिए ब्रेकअप या अलगाव से उदास न हों. पलटकर देखें कि आपने उन अच्छे बुरे दिनों में क्या जिया और सीखा. और प्रेम… वो आप जब भी चाहेंगे आपके जीवन में लौट ही आएगा.