सर्दी कभी अकले नहीं आती, ये अपने साथ लाती है पसीने से राहत, आरामदायक नींद और आलस. ये तीनों चीज़ जिस इंसान को प्यारी होती हैं, इसलिए उसे सर्दियां भी प्यारी लगती है.
सिर्फ़ इतना ही नहीं है जिसकी वजह से हमको और आपको सर्दियों से प्यार होता है, इसके अलावा और भी कई कारण हैं जिसके बारे में हम एक-एक करके बात करेंगे.
1. अलाव

सर्दियों के मौसम में आग के भीतर चुंबकीय शक्ति आ जाती है. कोई कहीं दूर बैठा हो और अलाव नज़र आ जाए, मन का वशीकरण हो जाता और वो ख़ुद-ब-ख़ुद खींचा चला जाता है. जब चार-पांच लोग अलाव के पास बैठते हैं, तब जो बातें होती हैं उसका भी अपना अलग मज़ा है.
2. रज़ाई

सर्दी और रज़ाई की जोड़ी तो बनी ही एक-दूसरे के लिए है. कहने को तो कंबल भी है, लेकिन बॉस जो मज़ा रज़ाई में है, वो बात कंबल में नहीं आ पाती. रज़ाई आपके तन के साथ-साथ मन को भी गरमा देती है.
3. गाजर का हलवा

सर्दी के ख़त्म होते ही सर्दी की शुरूआत होने तक, इसी बात का इंतज़ार होता है कि अब गाजर का हलवा खाने को मिलेगा. मगर बाज़ार का बना हुआ नहीं, घर का. घर का बना हुआ वो हलवा जिसमें शुद्ध घी, खोया, काजू-बादाम, मेहनत, लगन और ढेर सारा प्यार पड़ता है.
4. चाय-कॉफ़ी

इस बहस में जाने का कोई फ़ायदा नहीं कि चाय बेहतर है या कॉफ़ी, सबकी अपनी है. पीने वाले हर मौसम में चाय-कॉफ़ी पीते हैं. मगर चाय-कॉफ़ी की आदत सर्दी के मौसम में सबकी ज़रूरत बन जाती है. चाय-कॉफ़ी के कप से निकलने वाली भाप जब नथुनों पर टकराती है, तो स्वाद की गर्माहट सीधे माथे तक पहुंचती है और वहां से पूरे शरीर में.
5. धूप

जहां साल भर हम धूप से बचते हैं और बचने के उपाय ढूंढते हैं. इस मौसम में ताक में रहते हैं कि धूप निकले, तो छत पर बैठ कर गर्माहट ली जाए. धूप में बैठकर एक तरफ़ औरतें स्वेटर बुनती हैं, तो वहीं दूसरी तरफ़ बच्चों का पढ़ना-लिखाना या खेलना-कूदना चालू रहता है. हर घर की छत पर इतने कपड़े सूख रहे होते हैं कि पूरा मोहल्ला धोबी घाट जैसा लगता है.
6. मूंगफली

शहर में जगह-जगह मूंगफली की रेड़ी देखने को मिल जाती है. साथ में गजक, तिलकुट, लाई, गुड़पट्टी सब ऐसी चीज़ें हैं, जो शाम के नाश्ते में खाई जाती हैं. गरमा-गरम भुनी टाइमपास मुंगफली के साथ मिर्च और नमक, बस इतने में शाम और बातें मुक्कमल हो जाती है.
7. मोमोज़

भाप उगलते मोमोज़ जैसे-जैसे मुंह से होते हुए पेट तक पहुंचते हैं, वैसे-वैसे शरीर का तापमान बढ़ता जाता है और दिमाग़ की सर्दी छू-मंतर हो जाती है. सर्दियों के मौसम में दिल्लीवालों के दिल-ओ-दिमाग़ पर मोमोज़ छाया रहता है. आपको एक गली ऐसी नहीं मिलेगी जहां मोमोज़ नहीं बिक रहा हो.
8. Old Monk

गर्मियों का प्यार चिल्ड बियर सर्दियों में बगल में सरक जाता है और इंट्री होती है ओल्ड मॉन्क की. इसकी दो कड़कड़ाती घूंट शरीर पर लदे जैकट-स्वेटर सब उतरवा देतीं हैं और अगले दो पेग में तो पसीने से भी चलने लगते हैं. मगर इससे आगे नहीं बढ़ना है क्योंकि मदिरापान सेहत के लिए नुकसानदेह भी होता है.
अब यहां से आगे आपको आपकी सर्दी के साथ अकेला छोड़ देना ही ठीक रहेगा. बस जाते-जाते हमें कमेंट बॉक्स में बताते जाइए कि आपको सर्दी से क्यों प्यार है?