जादू ब्रश में नहीं जादू एक आर्टिस्ट के हाथों में होता है, इसका जीता जागता सुबूत है नीलेश खराडे. 8 साल की उम्र में ड्रॉइंग ब्रश को अरना पैशन बनाने वाले नीलेश ने पुणे शहर को अपनी कला से एक नया रूप दिया है. कला की कोई हद नहीं होती और जब वो बेहद होती है तभी निखर कर आती है. नीलेश द्वारा डिज़ाइन की गई ये आकृतियां देखकर आपकी नज़रें नहीं हटेंगी. उनकी हर डिज़ाइन के पीछे एक सोच है, जिसने इस शहर का नक्शा ही बदल दिया है.
आप भी देख लीजिए.
1. न केवल ये पुणे में 16,000 वर्ग फ़ुट में फैली हुई सबसे ऊंची दीवार है, बल्कि ये Hadapsar का एक PMPML बस डिपो भी है.
2. अबासाहेब गरवारे कॉलेज में गणपति, ढोल ताशा, छत्रपति शिवाजी और बहुत कुछ चीज़ों के साथ, गणेश उत्सव पूरे गौरव के साथ मनाता है.
3. पुणे स्टेशन के पास गणेश जी का ये चित्र, विशाल गणेश उत्सव के 125 सालों के उत्सव को मनाने के लिए दो दिनों में चित्रित किया गया था.
4. पुणे के चांदनी चौक में सूनी पड़ी इस दीवार को नीलेश ने रंगों के साथ चित्रित किया और इसे एक नया रूप दिया.
5. पुणे के नारायण पेठ में भगवान शिव की विशाल मूर्ति देखने लायक है.
6. Sir Mokshagundam Vishweshvaraya, भारत के पहले इंजीनियर थे. उनको श्रद्धांजलि देते हुए COEP फ़्लाईओवर पर उनके इस विशाल आकृति को चित्रित किया गया है.
7. एक कलाकार और कार्टूनिस्ट बालासाहेब ठाकरे को श्रद्धांजलि देते हुए नारायण पेठ में नारंगी रंग के साथ उनकी इस आकृति को बनाया गया है.
8. मराठा साम्राज्य के संस्थापक, छत्रपति शिवाजी महाराज एक निडर और प्रशंसक शासक थे.
कमाल की कलाकारी की है आर्टिस्ट ने. Life से जुड़े और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए क्लिक करें.