जेंडर रोल उल्टने वाली चीज़ हमने बस फ़िल्मों में देखी है. उसमें भी वो ज़्यादातर मज़ाकिया अंदाज़ में ही दिखाया गया है. लेकिन इस जोड़ी ने असल ज़िंदगी में जेंडर रोल को बदला है.
मुंबई की Meenal और जयपुर के Nand Kishor की मुलाकात डेटिंग एप टिंडर पर हुई थी. दोनों ने एक-दूसरे को राइट स्वाइप किया और मैच हो गया. लगातार 6 दिनों तक दोनों के बीच दिन रात बातचीत हुई.
इसके बाद वो लगातार एक-दूसरे से मिलते रहे, महीने में कम से कम दो बार मिलना हो जाता था, कभी जयपुर में कभी मुंबई में. दोनों ने अपने रिश्ते के लिए अलग नियम बनाए और शादी कर ली.
Nand Kishor जयपुर छोड़कर मुंबई रहने लगा. नए शहर में Nand Kishor के लिए नौकरी नहीं थी, उसने अपनी पत्नि के साथ रहने के फ़ैसला लिया. यहां तक कि शादी के बाद बहू की तरह उसका गृह-प्रवेश भी हुआ.
‘हमने रीति-रिवाज़ से जुलाई में शादी की, जब वो मुंबई रहने आ गए तो हमने गृह प्रवेश की रस्म भी निभाई जो सामान्यतौर पर औरतों को ये करना पड़ता है… लेकिन हम बराबर हैं.’
समाज ने पति-पत्नि की जो भूमिका तय कि Meenal और Nand Kishor ने उससे उलट ज़िंदगी की शुरुआत की. पत्नि ने घर का ख़र्च उठाया, पति घर को संभालने लगा साथ ही साथ अपने लिए नौकरी भी ढूंढता रहा.
कई इंटरव्यू में Nand Kishor जब ये बोलते कि वो अपनी पत्नि की वजह से जयपुर छोड़ मुंबई रहने आया, तो सुनने वाले या तो हंसने लगते या भरोसा नहीं करते. Meenal के रिश्तेदार भी Nand Kishor को बोझ की तरह देखते थे.
‘सच ये है कि हम सिर्फ़ मॉर्डन दिखने की कोशिश करते हैं, लेकिन जब रोल (पति-पत्नि के कर्तव्य) बदल जाते हैं सभी असहज हो जाते हैं.’