पेड़ काट-काटकर इंसानों ने जंगल के जंगल बर्बाद कर दिए हैं. ये है इंसानों के वहशीपने का सुबूत: 

Carbon Brief
Scientific American
Yummy Mummy Club
Union of Concerned Scientists

United Nations’ Food and Agricultural Organisation की एक रिपोर्ट के मुताबिक 1990 से अब तक पृथ्वी से 129 मीलियन हेक्टेयर जंगल ख़त्म हो चुके हैं. 

जंगलों में रहने वाले कई जीव-जन्तु विलुप्त हो चुके हैं और कई विलुप्त होने की कगार पर हैं. दिन-प्रतिदिन प्रदूषण और धरती का तापमान बढ़ रहा है. Environment Change के इस मसले को सुलझाना एक अकेले इंसान के बस की नहीं पर ऐसा सब नहीं सोचते. ब्राज़ील के फ़ोटोग्राफ़र Sebastião Salgado और उनकी पत्नी Lélia Deluiz Wanick Salgado ने इस सोच को बदलने की ठानी. 

Sebastião Salgado ने 1990 के दशक में हुए रवांडा नरसंहार को कवर किया था. इतना रक्तपात देखकर वे त्रस्त हो गए और अपने देश ब्राज़ील लौटने का निर्णय किया. घर लौटकर उन्होंने देखा कि जहां कभी वर्षावन हुआ करते थे वहां पर सिर्फ़ बंजर भूमि है. Sebastião की पत्नी Lélia को यक़ीन था कि उस बंजर भूमि की कायापलट की जा सकती है. 

दोनों ने मिलकर जंगल को दोबारा बढ़ाने का निर्णय लिया. दोनों ने मिलकर Instituto Terra की स्थापना की. इस संस्था ने 4 मिलियन पेड़-पौधे लगाकर मर चुके जंगल को पुर्नजीवन दिया. Salgado के शब्दों में, 

सिर्फ़ पेड़ ही कार्बन डायओक्साइड को ऑक्सिजन में बदल सकता है. हमें जंगलों को दोबारा उगाना होगा. हमें जंगल में ऐसे पेड़ लगाने होंगे, जो उसी क्षेत्र में पाए जाते हों.

-Sebastião Salgado

मेहनत, लगन और पेड़ों की देखभाल कर इस दंपत्ति ने 20 सालों में दोबारा जंगल उगा दिया. उस जंगल से जा चुके जीव-जन्तु भी जंगल में वापस लौट चुके हैं. जहां कभी सन्नाटा था, वहां झिंगूर की आवाज़ सुनाई देती है. 

Sebastião और Lélia हम सभी के लिए प्रेरणा हैं.