दिवाली रौशनी का त्योहार है. इसे हम ख़ुशियां बांटने के लिए मनाते हैं फिर इन ख़ुशियों पर हानिकारक चीज़ों को इ्तेमाल करके नज़र क्यों लगाएं? क्यों न हम सब दिवाली को इको-फ़्रेंडली चीज़ों के साथ मनाएं और हेल्दी ख़ुशियां बांटें. ताकि इंसान हो या पर्यावरण या फिर जानवर किसी को भी कोई हानि न पहुंचे. इसके लिए आपको पटाखे, दीये, मूर्ति, रंगोली यहां तक कि डेकोरेशन का सामान भी इको-फ़्रेंडली लेना होगा.

दिवाली को इको-फ़्रेंडली बनाने के लिए राजस्थान में एक गौशाला में काम करने वाली महिलाओं ने गाय के गोबर से दीये बनाए हैं. गाय का गोबर हमारी परंपरा में शुद्ध माना जाता है. हर दिन 100 से अधिक महिलाएं 1000 दीये बनाती हैं. गौशाला में काम करने वाली संगीता ग्वार ने ANI को बताया,
त्यौहारों में स्थानीय उत्पादों का उपयोग करने में ख़ुशी महसूस होती है. ये दीये को-फ़्रेंडली हैं और पर्यावरण के लिए बेहतर हैं.
Rajasthan: A group of women are preparing eco-friendly ‘diyas’ with cow dung in Jaipur.
— ANI (@ANI) October 19, 2020
“Cow dung is believed to be pure in our tradition.Over 100 women are making 1000 pieces each day. Made in China material pollute environment but they’ll decompose easily,”says a woman(20.10) pic.twitter.com/PJUXXjraVx
गोबर के दीयों के अलावा आप इन इको-फ़्रेंडली चीजों से भी अपनी दिवाली को रौशन कर सकते हैं:
2. इको फ्रैंडली मूर्ति लाएं

पूजा के लिए प्लास्टर ऑफ़ पेरिस की नहीं, बल्कि मिट्टी की बनीं इको-फ़्रेंडली मूर्तियों की ही पूजा करें. बाज़ार में लक्ष्मी, गणेश और कुबेर की इको फ़्रेंडली मूर्तियां आसानी से मिल जाती हैं.
3. पटाखों से दूरी

पटाखों को जलाने से बचें क्योंकि ये पटाखे प्रदूषण फैलाने के साथ-साथ बुज़ुर्गों, बच्चों और जानवरों को नुकसान पहुंचाते हैं. भले ही छोड़ी देर के लिए मज़ा आता है, लेकिन इसका दुष्परिणाम लंबे समय तक रहता है.
4. केमिकल रंग न लाएं

दिवाली पर रंगोली तो हर घर में बनती है तो इसके लिए केमिकल युक्त कलर्स ख़रीदने की जगह नैचुरल कलर्स ख़रीदें. ये थोड़े महंगे ज़रूर होते हैं, लेकिन ये पर्यावरण और आपकी और आपके परिवार के लोगों की सेहत के लिए बेहतर होते हैं.
5. डेकोरेशन के लिए इको-फ़्रेंडली चीज़ें लाएं

दिवाली है तो घर तो सजाना बनता है. पूरे घर को सुंदर-सुंदर चीज़ों से सजा हुआ देख आंखों को सुकून मिलता है. इसके लिए प्लास्टिक या पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली चीजें न लाएं. इनकी जगह पर इको-फ़्रेंडली मटेरियल जैसे पेपर क्राफ़्ट, बांस, मड आदि से बनी चीज़ों का इस्तेमाल करें.
6. प्लास्टिक फूल न लाएं

प्लास्टिक के फूल सस्ते होते हैं, लेकिन ये अच्छे नहीं रहते हैं. इसलिए इनकी जगह पर नैचुरल फूलों से घर को सजाएं क्योंकि ये फूल बायॉडिग्रेडेबल होते हैं जो पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं.
7. मिट्टी के दीये जलाएं

इलेक्ट्रिक लाइट्स की जगह मिट्टी के दीयों का इस्तेमाल करें. इससे इलेक्ट्रिसिटी बचेगी साथ ही जो लोग मिट्टी के दीये बनाकर बेच रहे हैं उनके घर की दिवाली भी रौशन हो जाएगी.