हमारे सपनों को पंख लगाकर उड़ने की हिम्मत हमारे माता-पिता ही देते हैं, हमें सफ़लता की ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए माता-पिता हर संभव कोशिश करते हैं.
आज सुनिए एक ऐसे मां-बेटी की कहानी जहां बेटी ने मां के सपनों को पूरा करने के लिए की हर संभव कोशिश.

ये कहानी है केरल के कोट्टायम की Sruthy और उसकी मां Mercy Jose की.
The Better India से बात-चीत में Mercy ने बताया, ‘जब मेरी बेटी Sruthy ने मुझे बिज़नेस प्लैन के बारे में बताया तो मुझे उस पर ज़रा भी भरोसा नहीं था. मुझे लगा कि हम ठहरे एक छोटे से गांव के रहने वाले? हमारा सामान कौन ख़रीदेग?’
Sruthy के पास अपनी मां के हर सवाल का जवाब था. Sruthy को अपनी मां पर पूरा भरोसा था और उसने निश्चय कर लिया था कि वो अपनी मां, जिसने अपनी पूरी ज़िन्दगी रसोई में ही गुज़ारी थी, के हाथ के स्वाद को दुनिया को चखाएगी. बस यहीं से दोनों ने Farm To Table की शुरुआत की.

यहां से हुई शुरुआत
पढ़ाई के दौरान, Sruthy Food Blogging भी करती थीं. वो रेस्त्रां वगैरह के रिव्यूज़ भी लिखतीं.
मुझे Food Blogging करना बेहद पसंद था लेकिन मैं हमेशा से कुछ अपना करना चाहती थी. मुझे इसी से रेस्त्रां के मालिकों से बात करने का साहस मिला, मैं उनसे उनके बिज़नेस के शुरुआत, ख़र्च आदि के बारे में पूछती. मैं इनके नोट्स बना लेती पर मैंने अपने परिवार को कभी नहीं बताया कि ये मेरा सपना है.
-Sruthy

Sruthy ने अपने बिज़नेस आईडिया और अपनी मां के कुकिंग से प्यार को मिलाया और अपना स्टार्ट-अप शुरू किया.
Kerala Insider को दिए इंटरव्यू में Sruthy ने बताया कि उनका स्टार्ट-अप घर पर बने हुए केमिकल फ़्री जैम, अचार, स्प्रेड्स, नट बटर्स और अन्य खाने की चीज़ें बनाते हैं.
बस एक साल में ही मां-बेटी की ये जोड़ी दोगुना प्रोफ़िट कमाने लगी है और रसोई से ही महीने के 20 हज़ार तक कमा लेती हैं.
Kerala Insider से बात-चीत में Sruthy ने ये भी बताया कि उनकी सिस्टर-इन-लॉ और बहन भी बिज़नेस में हाथ बंटाती हैं.
ये कहान ग़लत नहीं होगा कि ये ‘ऑल-वुमन स्टार्ट-अप’ कोट्टयम के लोगों तक रियल स्वाद पहुंचा रही हैं.