नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर देश में ख़ासा बवाल मचा हुआ है. केन्द्र सरकार के इस फ़ैसले से नाख़ुश जनमानस सड़कों पर उतर आये हैं. न सरकार झुकने का नाम ले रही है और न ही जनता विरोध रोक रही है. 

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की ‘हम देखेंगे’ एक तरह का हथियार बनकर उभरी है. फ़ैज़ की इस नज़्म पर तो आईआईटी कानपुर में जांच दल भी बैठा दी गई.


जो कुछ भी हो रहा है, चल रहा है उससे कहीं न कहीं हर एक भारतीय के दिल में शंका उभर रही है कि आगे क्या, बुरे ख़्यालों से दिल सहम सा जा रहा है. इन सब के बीच शहनाई नवाज़ उस्ताद बिस्मिल्लाह ख़ान के एक इंटरव्यू की क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.  

वीडियो में उस्ताद जी अपने और बनारस के रिश्ते की बात कह रहे हैं. वो कहते हैं,

 
‘देखिए दोनों बात है, गंगाजी सामने हैं यहां नहाइये, मस्जिद है नमाज़ पढ़िए और फिर उसके बाद बालाजी मंदिर चले गए वहां जाकर रियाज़ किया… ‘ 

Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक़, ये क्लिप गौतम घोष की 1983 की डॉक्युमेंट्री, ‘संगेमिल से मुलाक़ात’ की है. 

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