सरकारें आती-जाती हैं, अगर कुछ नहीं आती तो वो हैं नौकरियां. किसी भी रिपोर्ट पर मत जाइए, अपने आस-पास देखिए और विचार करिए.

Graduate, Post Graduate छोटी-मोटी नौकरियां करते दिखते हैं. ये सच है कि कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता, पर शिक्षा के अनुसार भी नौकरियां मिलनी चाहिए.

फ़ेसबुक पर एक पोस्ट शेयर की जा रही है. शौविक दत्ता ने एक आंखें खोल देने वाला पोस्ट लिखा है. इन्होंने फ़ूड डिलीवरी App Zomato के ज़रिये कुछ ऑर्डर करवाया था. इनके घर खाना डिलीवर करने जो व्यक्ति आया, वो एक पोस्ट ग्रेजुएट था. शौविक ख़ुद Undergraduate हैं और इस इंसान के बारे में जानने के बाद उन्होंने कुछ कहना चाहा. शौविक ने भारत में बढ़ती बेरोज़गारी और पढ़े-लिखे बेरोज़गारों की स्थिति पर एक चिंतनीय पोस्ट लिखा है. ये पोस्ट कई सवाल तो खड़े करता ही साथ ही देश में बढ़ रही बेरोज़गारी की समस्या की और इंगित करता है. 

‘शायद पहली बार मुझे Zomato से खाना मंगवाने का अफ़सोस है.

मैंने किसी भी आम दिन की तरह ही खाना मंगाया, पर मैं Delivery Agent की जानकारी देखकर चौंक गया.
Meraj नाम के नीचे लिखा था Commerce में Post Graduate.
कुछ देर बाद मुझे उसका फ़ोन आया, सर मैं पहुंच गया हूं. 
मैं दरवाज़े तक अपना ऑर्डर लेने गया. मुस्कुराते हुए उस व्यक्ति ने मुझे मेरा पार्सल दिया. इसके बाद मेरी ज़िन्दगी का सबसे शर्मनाक पल आया. उसने हाथ जोड़कर कांपती आवाज़ में कहा, ‘सर Rating दे दीजिएगा.’ 
हमारी बीच हल्की बातचीत हुई और मुझे पता चला कि उसने कैलकटा यूनिवर्सिटी से M.Com किया है और Finance/Investment Banking या ऐसे ही किसी विषय में PGDM किया है. 
हमने इस देश के साथ, इस राज्य के साथ क्या किया है? यहां एक Master’s Degree वाला एक Undergraduate Teenager को खाना पहुंचा रहा है. 
ये किस तरह का संदेश दिया जा रहा है? 
इस देश को बदलना होगा
इस राज्य को बदलना होगा
नौकरियां चाहिए, हम काफ़ी बुरे समय से गुज़र रहे हैं
इस देश को बदलना होगा.’

शौविक के पोस्ट पर लोगों की प्रतिक्रिया:

ये तो शौविक का अनुभव था, पर Engineers, MBA, PG डिग्री वाले चपरासी और ग्रुप डी स्टाफ़ की नौकरी के लिए इंटरव्यू दे रहे हैं. 

सरकारी आंकड़ें कहते हैं कि बेरोज़गारी घटी है पर ज़मीनी हक़ीक़त को किस प्रकार नज़रअंदाज़ किया जाए?