आज के दौर में ज़्यादातर लोग सिर्फ़ अपने बारे में सोचते हैं. वहीं एक शख़्स ऐसा भी है, जिसने ख़ुद से पहले दूसरों के बारे में ये सोचा. वो दरियादिल इंसान कोई और नहीं, बल्कि हैदराबाद के प्रोफ़ेसर डॉ. सैयद जहांगीर हैं. प्रोफ़ेसर EFL University में अरब स्टडीज़ के हेड ऑफ़ डिपार्टमेंट की ज़िम्मेदारी संभालते हैं. इसके साथ ही उन बच्चों की देखरेख भी करते हैं, जो बाकि लोगों से थोड़े कम भाग्यशाली हैं.
किस तरह कर रहे हैं बच्चों की मदद?
इस नेक कार्य के बारे में प्रोफ़ेसर का कहना है कि ‘मेरा मानना है कि कमज़ोर वर्ग के लोगों को क्वालिटी एजुकेशन की ज़्यादा ज़रूरत होती है. अगर हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे अच्छी शिक्षा ग्रहण करें, तो उन्हें बेहतरीन स्कूल के बजाये सर्वश्रेष्ठ शिक्षक मिलना चाहिये.’
अपनी इसी सोच के चलते प्रोफ़ेसर ने एक अंग्रेज़ी मॉडल इस्लामिक विश्वविद्यालय शुरू किया है. इस विद्यालय में वो बच्चों को अंग्रेज़ी, संस्कृत, उर्दू, अरबी, और फ़ारसी जैसी कई भाषाएं सीखाते हैं. बच्चों को यहां आधुनिक शैली में पढ़ाया जाता है. इस पर आगे बात करते हुए उन्होंने कहा कि ‘मैं अपनी सुबह EFL यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों को पढ़ाने में बिताता हूं. इसके बाद बाकि का दिन पिछड़े वर्ग के बच्चों को पढ़ाने में गुज़रता है. मैं उन्हें फ़्री ऐजुकेशन के साथ ही खाना और रहने के लिये घर देता हूं.’
प्रोफ़ेसर के अनुसार, देश के विभिन्न हिस्सों से बच्चे उनके यहां शिक्षा प्राप्त करने आते हैं. यही नहीं, उनके पढ़ाये हुए कई छात्र आज बहुराष्ट्रीय कंपनियों में लैंग्वेज ट्रांसलेटर के रूप में काम कर रहे हैं.
जहांगीर के एक छात्र का कहना है कि ‘हमें जो कुछ भी चाहिये होता है, सर देते हैं. मैं यहां पढ़कर बहुत ख़ुश हूं.’
किसी ने सही कहा है कि शिक्षा ही इंसान की सबसे बड़ी दौलत होती है और प्रोफ़ेसर ये दौलत हर बच्चे को दे रहे हैं. इससे ज़्यादा ख़ुशी की बात और क्या हो सकती है.
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