हमारे मां-बाप की हमेशा कोशिश रहती है कि हम खुश रहें. वो हमारे लिए सोचते हैं, विचार करते हैं और कभी जताते नहीं. हम कभी ये अंदाज़ा नहीं लगा सकते कि उन्होंने कितनी परेशानी झेली है, हमारे चेहरे पर मुस्कान देखने के लिए. हमारी भी हमेशा कोशिश रहती है कि उनकी इच्छाओं को पूरा कर सकें. ऐसी ही एक दिल खुश करने वाली कहानी सोशल मीडिया पर लोगों का दिल जीत रही है.

Devis Devassy Chiramel के पिता केरल में एक आम किसान हैं. Devis कई सालों से Manama, Bahrain में रह रहे हैं और वहीं की नागरिकता प्राप्त है उन्हें. Devis जब भी अपने पिता को अपने पास बुलाते, तो वो प्यार से विदेश आने को मना कर देते. Devis की मां उनके घर तीन बार जा चुकी हैं, पर पिता एक बार भी नहीं गए.

कुछ वक़्त पहले बेटे को उनके पिता के बार-बार इंकार करने की वजह पता लगी. Devis के पिता केरल में किसान हैं और वो पैरों में जूते-चप्पल नहीं पहनते. वो सिर्फ़ मुंडु यानि धोती पहनते हैं और नंगे पैर रहते हैं. उन्हें लगता था कि अगर वो ऐसे अपने बेटे के साथ जाएंगे, तो उसके दोस्तों के सामने उसकी बेइज़्ज़ती हो जाएगी.

बेटे को जब इस बात का पता चला तो उसने जो किया, वो जान कर आपके चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी.

Devis ने अपने पिता को Manama ले जाने के लिए, पैंट और जींस छोड़ मुंडु पहन ली और जूते-चप्पल छोड़ नंगे पैर हो गया. Devis ने फेसबुक पर लिखा कि उनके पिता ने सालों जंगलों, खेतों में नंगे पैर चल कर उनकी ज़रूरतें पूरी की हैं. उनके पैरों से खून निकलता था, पर वो परिवार के लिए मेहनत करते थे. वो आज जो भी हैं उन्हीं की वजह से हैं. Devis ने कहा कि जब तक उनके पिता Manama से वापस नहीं आ जाते, वो ऐसे ही रहेंगे. बीते 14 मार्च को वो दोनों Manama के लिए रवाना हो गए.

Devis का मानना है कि अपने मां-बाप की कब्र में फूल चढ़ाने से बेहतर है, उनके जीते जी उनके हाथों में फूल दिया जाए, जिससे वो खुश हो सकें.

Article Source- Topyaps