लॉकडाउन के इन दिनों में हमें अपने घर और आस-पास के बुज़ुर्गों का ख़ास ध्यान रखने की ज़रूरत है. भले ही आपके घर के बड़े बुज़ुर्ग आपके साथ रहते हों, लेकिन सभी लोग इतने ख़ुश किस्मत नहीं होते. इनमें से कुछ ऐसे भी हैं जो अकेले रहते हैं. चूंकि अब सभी के घर बंद हैं और मार्केट आदि भी तो इस मुश्किल समय में उन्हें हमारी बहुत ज़रूरत है. इसलिए हम लोगों का ख़ासकर नौजवानों का ये फ़र्ज बनता है कि हम उनका ख़्याल रखें.
ये वही लोग हैं, जिन्होंने हमें बचपन में चलना सिखाया, हमारे खाने-पीने का ख़्याल रखा. आज उन्हें हमारी बहुत ज़रूरत है. इसलिए अब ये हमारी ज़िम्मेदारी है कि अब हम उनकी देखभाल करें. हमारी इसी ज़िम्मेदारी का एहसास करा रहा है एक वीडियो, जिसे IAA Rotary Elders Care नाम की एक संस्था ने अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किया है.
इस वीडियो को शेयर कर वो हमसे अनुरोध कर रहे हैं कि हम बुज़ुर्गों की जितनी हो सके मदद करें. उन्होंने खाना खाया कि नहीं ये पूछें, उनके लिए बाज़ार से सामान और दवाइयां ले आएं, उनसे बातें करें. चाहें तो उन्हें वीडियो कॉल कर उनका हाल चाल पूछ सकते हैं, जैसे अपने दोस्तों को करते हैं. उनके अकेलेपन को दूर करने की कोशिश करें.
क्योंकि इन दिनों ये लोग प्यार के अभाव में डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं या फिर गंभीर रूप से बीमार पड़ सकते हैं. इन्हें आज हमारे सहारे की सख़्त ज़रूरत है. वीडियो में ये बताया गया है कि इन्हें Apps की नहीं आप की और आपके सपोर्ट की ज़रूरत है.
भले ही आज लोगों के दरवाज़े बंद हों लेकिन अपने आस-पास के बुज़ुर्गों की मदद के लिए हम अपने दिल के दरवाज़े तो खुले रख ही सकते हैं. है कि नहीं?